Jaipur Weather: राजस्थान में सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए रहे। साथ ही ठंडी हवा भी चली। इससे तापमान में गिरावट आयी। ठंड फिर बढ़ गई। इस सिस्टम के कारण अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली और धौलपुर जिलों में बारिश की संभावना है। मौसम लगातार बदल रहा है। फरवरी का महीना ख़त्म होने वाला है। मार्च का महीना शुरू होने वाला है।
मार्च फिर बदलेगा मौसम
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मार्च में राजस्थान का मौसम एक बार फिर बदलेगा। मौसम विभाग ने अलर्ट किया है कि राज्य में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। यह पश्चिमी विक्षोभ 1-3 मार्च को सक्रिय होगा। इस नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के कई जिलों में मेघगर्जन, तेज हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां होने की प्रबल संभावना है। इस बारिश से मौसम में कुछ ठंडक बढ़ेगी।
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में सक्रिय इस सिस्टम का असर 27 फरवरी तक रहेगा। 1 मार्च से एक नया मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से राज्य के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है। इससे फसलों को नुकसान हो सकता है।
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इन हिस्सों में छाए रहेंगे बादल
जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, पाली, भरतपुर, उदयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में सोमवार सुबह से बादल छाए रहे। जयपुर में सुबह से ही तेज ठंडी हवा चल रही है। रविवार को जयपुर में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस मापा गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम था। अजमेर, भीलवाड़ा, पिलानी, अलवर, उदयपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर सहित अन्य शहरों में ठंडी हवाओं के कारण दिन और रात का तापमान सामान्य से नीचे चला गया। 25 फरवरी को अधिकतम तापमान फलौदी में 30।2 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि शेष सभी जिलों में तापमान 29 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि राजस्थान में 1 मार्च की शाम से एक मजबूत सिस्टम सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, अजमेर, भरतपुर और कोटा संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। इस सिस्टम का असर राजस्थान में 4 मार्च तक रहने की संभावना है। इससे खेतों में कटी हुई रबी फसलों को नुकसान होने की आशंका है।