नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri violence) में हनुमान जयंती के अवसर पर शोभायात्रा जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें है। कुछ वीडियो में धार्मिक उत्साह में डूबे लोगों को जुलूस के आगे बढ़ने के दौरान तलवारें और बंदूकें लहराते हुए देखा जा सकता है। हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वीडियो कहां शूट किया गया था। लेकिन कुछ रिपोर्टों के अनुसार, वीडियो उसी स्थान का था जो बाद में युद्ध के मैदान में बदल गया और इसके परिणामस्वरूप गंभीर सांप्रदायिक झड़पें हुईं। यहां यह उल्लेख करना उचित है कि इंडिया पब्लिक खबर स्वतंत्र रूप से इस वीडियो की सत्यता की जांच नहीं कर सका।
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2 नाबालिग समेत 23 गिरफ्तार
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 2 नाबालिगों सहित कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए 21 लोगों में से 15 अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान सलीम उर्फ चिकना (36), जाहिद (20), अंसार (35), शाहजाद (33), मुख्तार अली (28), मो. अली (18), आमिर (19), अक्सर (26), नूर आलम (28), मोहम्मद असलम (21), जाकिर (22), अकरम (22), इम्तियाज (29), मो. अली (27), अहीर (37), शेख सौरभ (42), सूरज (21), नीरज (19), सुकेन (45), सुरेश (43) और सुजीत सरकार (38), सभी जहांगीरपुरी के रहने वाले हैं। इनके अलावा दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है।
पुलिस बंदूकें और तलवारें की बरामद
पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिम) उषा रंगनानी ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्तियों के कब्जे से तीन बंदूकें और पांच तलवारें भी बरामद की गई हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 147 (दंगा करने की सजा), 148, 149 , 186 , 353, 332 , 323, 427 पचास रुपये की राशि), 436 , 307, 120बी (आपराधिक साजिश की सजा) भारतीय दंड संहिता और शस्त्र अधिनियम की धारा 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है। लोगों के दो समूहों के बीच झड़प तब हुई, जब शोभायात्रा जुलूस कुशल सिनेमा हॉल के ठीक बगल में सड़क से गुजर रहा था, जिसके सामने एक मस्जिद है। जुलूस के कई वीडियो आईएएनएस को मिले हैं, जिसके मुताबिक, संघर्ष शुरू होने से ठीक पहले लोगों को तलवारें लहराते और धार्मिक नारे लगाते देखा जा सकता है।
जहांगीरपुरी (Jahangirpuri violence) थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, शोभायात्रा शांतिपूर्ण निकल रही थी, लेकिन शाम करीब छह बजे जब वह एक मस्जिद के बाहर पहुंची तो आरोपी अंसार अपने 4-5 साथियों के साथ वहां आया और लोगों से बहस करने लगा। बहस जल्द ही हिंसक हो गई और दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। इसके तुरंत बाद, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ और अधिक पुलिस बल मौके पर पहुंच गया, हालांकि, तब तक भीड़ पूरी तरह से हिंसक हो चुकी थी। भीड़ ने पुलिस बल पर पथराव किया और उन पर गोलियां भी चलाईं।
8 पुलिसकर्मी घायल
कम से कम 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने 40-50 आंसूगैस के गोले दागे। हंगामे के बीच एक स्कूटी को आग के हवाले कर दिया गया और 5-6 कारों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने अर्धसैनिक बलों की मदद से रात करीब आठ बजे स्थिति सामान्य की। शाम को स्थिति नियंत्रण में, मगर तनावपूर्ण थी।
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