नई दिल्ली: जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अपराध शाखा की एक टीम सोशल मीडिया खंगालने में जुटी है। सोशल मीडिया के साथ ही वह सभी न्यूज चैनल से भी घटना वाले दिन की फुटेज इकट्ठा कर रही है। इसके जरिये एक तरफ जहां दंगे के आरोपितों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ घटना के गवाहों को भी चिन्हित कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, बीते शनिवार शाम को हनुमान जयंती के चलते निकाली जा रही शोभा यात्रा के दौरान यह उपद्रव हुआ था। दो समुदायों के लोग वहां आपस में भिड़ गए थे। दोनों पक्षों की तरफ से जमकर पथराव किया गया और गोली भी चलाई गई थी। इस घटना में कुल आठ पुलिसकर्मी और एक आम आदमी घायल हुआ था।
इन सभी का उपचार बाबू जगजीवन राम अस्पताल में करवाया गया था। इस घटना में एक सब इंस्पेक्टर को गोली लगी थी। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 147/148/149/186/353/332/333/427/436/307/120बी और 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 24 आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन नाबालिगों को पकड़ा है। इस पूरे मामले की जांच अब अपराध शाखा द्वारा की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इस दंगे में शामिल सभी आरोपितों के खिलाफ सख्त एक्शन के निर्देश दिए हैं। अपराध शाखा के लिए एक्शन से पूर्व आरोपितों की पहचान करना आवश्यक है। इसके लिए वह सोशल मीडिया एवं न्यूज चैनल का सहारा ले रहे हैं। अपराध शाखा ने कई न्यूज़ चैनल से घटना वाले दिन का फुटेज हासिल किया है।
इसके अलावा दंगे के दिन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए थे। इन वायरल वीडियो को अपराध शाखा ने जब्त किया है। इसके अलावा वह सोशल मीडिया को खंगालकर वहां मौजूद वीडियो भी जब्त कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि अगर दंगे से संबंधित कोई वीडियो उनके पास है तो उसे अपराध शाखा के साथ साझा करें।
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अपराध शाखा के सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया पर चले वीडियो के जरिये उन आरोपितों की पहचान होगी, जो दंगे में शामिल थे। इसके लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। उनकी पहचान करने के बाद पुलिस टीम गिरफ्तारी को अंजाम देगी। इसके अलावा पुलिस विभिन्न प्रत्यक्षदर्शियों की भी पहचान कर रही है।
इस मामले में उनके बयान दर्ज किए जाएंगे और उनकी मदद से भी आरोपितों की पहचान की जाएगी। उनसे मिले सुराग की मदद से इस जांच में अपराध शाखा आगे बढ़ेगी एवं दंगे में शामिल आरोपितों को गिरफ्तार करेगी।