गोरखपुरः गन्ना किसानों को अब ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने किसानों को राहत देने की दिशा में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। फरवरी महीने के दूसरे सप्ताह में ‘राज्य गुड़ महोत्सव’ महोत्सव का आयोजन करने की तैयारी चल रही है। इसके बाद न सिर्फ किसानों को पंख लग जाएंगे बल्कि गुड़ उत्पादकों के चेहरे भी खिल उठेंगे। किसानों को गन्ना उत्पादन और गुड़ उत्पादकों को गुड़ बनाने की नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर फरवरी के दूसरे सप्ताह में लखनऊ में दो दिवसीय राज्यस्तरीय गुड़ महोत्सव-2021 का आगाज होगा। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस महोत्सव में शामिल होंगे। 19 जनवरी को लखनऊ में ओर वाली परामर्शदात्री समिति की बैठक में आयोजन की तिथि और जिलों से गुड़ उत्पादक किसानों के भागीदारी की प्रक्रिया निर्धारित होगी। बता दें कि पिछली सरकारों ने केवल चीनी उद्योग को बढ़ावा देकर गन्ना किसानों को राहत देने का काम किया है। लेकिन अब योगी सरकार ने गुड़ उत्पादकों के साथ छोटे किसानों की सूरत भी बदलने का काम मन बनाया है।
बताया जा रहा है कि गन्ना किसानों की आय को दो गुना करने के लिए गुड़ महोत्सव के आयोजन पर जोर दे रहे हैं। गुड़ एवं गुड़ के सह-उत्पादों व औषधीय लाभों के प्रति जन-जागरूकता का प्रसार कर सरकार द्वारा किसानों को एक बड़ा बाजार मुहैया कराने और विचार कर के मूर्त रूप देने की कोशिश हो रही है। गन्ना किसानों को गन्ने के रस से गुड़ और दूसरे उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे किसान ज्यादा लाभ हासिल कर सकेंगे। इसके अलावा इस ‘राज्य गुड़ महोत्सव-2021’ में कृषि से जुड़े सभी विभागों के स्टाल लगाए जाने की योजना पर भी काम हो रहा है। इसमें प्रदेश भर के किसान अपने द्वारा तैयार गुड़ व उसके सह-उत्पाद लेकर पहुंचेंगे। गोरखपुर मण्डल के से भी गन्ना किसानों की सहभागिता मेले में होगी। उप गन्ना आयुक्त ऊषा पाल ने बताया कि 19 जनवरी की बैठक में किसानों की भागीदारी की रणनीति तय होगी। इस दौरान ही तिथि और स्थान भी मुकर्रर हो जाएगी।