बेंगलुरु: कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार ने शुक्रवार को कहा कि देश भर में आईटी छापे राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मारे जा रहे हैं। बेंगलुरु में सिलसिलेवार आईटी छापों पर पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, “कोई भी आईटी छापेमारी बिना किसी राजनीतिक मकसद के नहीं होगी। सिर्फ हमारे राज्य में ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों में भी राजनीतिक मकसद से आईटी छापे मारे जा रहे हैं।
जब पत्रकारों ने उनसे पूर्व उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण के उस आरोप के बारे में पूछा कि क्या पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए बेंगलुरु से पैसा भेजा गया था। इस पर शिवकुमार ने जवाब दिया कि वह राहगीरों द्वारा की गई टिप्पणियों पर टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि ठेकेदारों से कथित तौर पर बकाया चुकाने के बाद जो पैसा इकट्ठा किया गया था, उसे बेंगलुरु में आईटी अधिकारियों ने अंबिकापति से जब्त कर लिया था या नहीं।
यह भी पढ़ें-बिल्डर ग्रुप VVIP के वाइस प्रेसिडेंट नितिन गर्ग गिरफ्तार, 40 लाख की धोखाधड़ी का मामला
ठेकेदारों को लंबित बिलों के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम उन्हें न्याय देंगे। राज्य ठेकेदार संघ के अध्यक्ष केम्पन्ना को चिंतित नहीं होना चाहिए। उनके अनुरोध के अनुरूप इस संबंध में जांच पूरी होने से पहले ही 60 से 70 प्रतिशत कार्यों का भुगतान कर दिया गया है। पिछली भाजपा सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाने वाले केम्पन्ना ने तर्क दिया था कि लंबित विधेयक के कारण राज्य में सूखे के कारण आत्महत्या कर रहे किसानों से भी बदतर स्थिति ठेकेदारों की हो गई है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)