Thursday, March 27, 2025
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Homeछत्तीसगढ़इस गांव के हैंडपंपों से आ रहा अत्याधिक आयरनयुक्त पानी, साफ पानी...

इस गांव के हैंडपंपों से आ रहा अत्याधिक आयरनयुक्त पानी, साफ पानी को तरस रहे लोग

रायपुर: हैंडपम्प से निकलने वाले आयरनयुक्त पानी (iron in water) से परेशान टिमेनार टेमरूभाटा वासियों के पचरी कुआं से निकलने वाले अशुद्ध पानी पर आश्रित रहने का मामला संज्ञान में आया है। मामला है तहसील एवं जिला कोण्डागांव के अंतर्गत आने वाले संवेदनशील क्षेत्र में बसे ग्राम पंचायत उसरी के आश्रित ग्राम टिमेनार टेमरूभाटा का जो कि जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूरी पर बसा है। इस मोहल्ले में 6 घर हैं, जहां पीने की पानी की समस्या है। आश्रित ग्राम टिमेनार टेमरूभाटा में हैंडपम्प तो है लेकिन आयरन की मात्रा (iron in water) बहुत ज्यादा होने से मोहल्ले का कोई भी ग्रामीण हैंडपम्प का पानी नहीं पीता है।

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मोहल्लेवासियों ने क्षेत्र में आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में कार्य कर रहे रमेश सलाम को पानी की समस्या की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामवासियों के द्वारा सरपंच को पेयजल की समस्या के सम्बन्ध में कई बार बताया जा चुका, विगत फरवरी माह में कुछ लोग सेम्पल के रुप में हैंडपम्प का पानी को लेकर गए भी, लेकिन उसके बाद से आज तक हैंडपम्प में किसी भी तरह का कोई सुधार कार्य नहीं हुआ है।

मोहल्लेवासियों का यह भी कहना है कि पानी नहीं होने से बहुत दूर से एक पचरी कुआं (लकड़ी लगाकर बनाया गया कुआं) है, जहां कुत्ता, सूअर आदि जानवर भी पानी पीते हैं, ऐसे स्थान से लाए गए पानी को पीने के लिए सभी मजबूर हैं। कई बार पचरी कुआं से लाए गए पानी को पीने से बच्चे बीमार भी पड़ जाते हैं, ग्रामवासियों को पीने के पानी की बहुत अधिक समस्या है। टिमेनार टेमरूभाटा के ग्रामीणों ने पीने के पानी की समस्या के समाधान के लिए शासन-प्रशासन से मांग की है।

कितनी होनी चाहिए आयरन की मात्रा

चिकित्सकों की मानें तो एक निश्चित मात्रा में आयरन का सेवन सेहत के लिए लाभदायक होता है, लेकिन इसकी मात्रा अधिक हो जाने से पाचन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, साथ ही दांतों का रंग भी काला होने लगता है। एक व्यस्क स्त्री व पुरुष के लिए प्रतिदिन 10 मिलीग्राम आयरन की आवश्यकता होती है, जबकि पानी के माध्यम से इसका केवल पांच प्रतिशत ही शरीर में पहुंचना चाहिए।

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