लखनऊ में लगेगा IPL का तड़का, स्थानीय खिलाड़ियों के साथ शहर के लोगों में उत्साह

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लखनऊः अब वह दिन ज्यादा दूर नहीं है, जब 2022 में IPL खेलने के लिए लखनऊ की टीम भी मैदान में उतरेगी। मैच के लिए शहर के युवाओं में एक ओर जहां उत्साह अभी से छाया है, वहीं दूसरी ओर यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पूरे टूर्नामेंट में इस बार बदलाव किए जाएंगे। इसमें संदेह नहीं है कि 2022 में आईपीएल में 10 टीमों का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। हालांकि, ऐसा पहले भी हो चुका है। गोयनका ग्रुप की ओर से लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए 7,090 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी। दूसरी टीम में सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को 5,625 करोड़ रुपये में खरीदा है। इन टीमों का प्रदर्शन देखने के लिए लोग काफी उत्सुक हैं।

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बीते साल 2021 में IPL में 8 टीमों ने भाग लिया था, इसलिए पूर्ववत निमयों में संसोधन या बदलाव होना स्वाभाविक है। छोटे और स्थानीय मैचों में भी टीमों के बढ़ने या घटने पर नियमतः बदलाव कर दिए जाते हैं। वैसे भी जब टीम बढ़ रही हैं, तो इनसे भिड़ने के लिए सामने वाली टीम की गणना बदल जाती है। इसके साथ ही खिलाड़ियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हो रही है। यही नहीं, विज्ञापन की दर और कलेेक्शन में भी बीसीसीआई को बदलावा करना ही होगा। अभी तक आईपीएल में 08 टीमें खेलती रही हैं।

गोयनका ग्रुप के लखनऊ फ्रेंचाइजी और सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी के खरीदते ही बहुत कुछ बदलने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। हालांकि, यह दोनों काफी मंझी हुई कंपनियां हैं। 2016 और 2017 में राइजिंग सुपर जाएंट्स फ्रेंचाइजी खरीदी थी। 2011 में भी 10 टीमें मैदान में उतर चुकी हैं। संख्या उस समय कम पड़ गई, जबकि पुणे वॉरियर्स और कोच्चि टस्कर्स में हिस्से के बाद भी 2012 में कोच्चि को बैन कर दिया गया था। इसके बाद 2012 और 2013 में नौ टीमें मैदान में थीं।

लखनऊ को भी मिल सकता है मौका

2011 में IPL में सिर्फ 10 टीमें थीं। टीमें बढ़ने से फॉर्मेट में बदलाव करना स्वाभाविक होता है, इसलिए इस बार भी फार्मेट बदल दिए जाएंगे। सबसे पहले 10 टीमों को दो दो भागों में बांट दिया जाएगा। यदि 60 मैच खेलने वाले फार्मेट को हाथ लगाया गया तो इस बार 74 मैच खेलने होंगे। वर्तमान में एक टीम में 25 खिलाड़ियों को ही एलाउ किया गया है। मैच में दो टीमें बढ़ी हैं। 50 और खिलाड़ी टूर्नामेंट नए शामिल किए जाएंगे। संभव है कि इसमें लखनऊ को भी मौका मिल जाए। मौजूदा समय में एक टीम में सिर्फ 8 विदेशी खिलाड़ी रखे जा सकते हैं। जब 50 नए खिलाड़ी बढ़ेंगे, तो इसमें 16 विदेशी खिलाड़ी बढ़ जाएंगे। स्पष्ट है कि विदेशी के साथ तमाम अपने देश के युवाओं को भी जगह मिल जाएगी।

गदगद हैं खिलाड़ी

राजधानी लखनऊ में यूपी के विभिन्न जिलों के युवक काफी खुश हैं। मौका पहली बार मिलने वाला है। इस बार खिलाड़ी भी स्थानीय होंगे और उनके प्रदर्शन को देखने वाले भी करीबी ही होंगे। हालांकि, इसमें सभी की भागीदारी होगी। पत्रकार खेल एसोसिएशन की ओर से युवा खिलाड़ी विशाल मिश्रा का कहना है कि दुनिया भर के खिलाड़ी यहां आएंगे। ऐसा नहीं होगा कि आईपीएल के एक मैच भी यहां न हों। जब लखनऊ में अच्छा अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम है, तो फिर यहां मैच भी होने चाहिए।

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