सैन फ्रांसिस्कोः एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आने वाले आईफोन 13 मॉडल में लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) सेटेलाइट कम्युनिकेशन कनेक्टिविटी होगी, जिससे यूजर्स बिना सेलुलर कवरेज वाले क्षेत्रों में कॉल करने और संदेश भेजने में सक्षम होंगे। हालांकि, अब कुछ मोबाइल एनालिस्ट्स और कम्युनिकेशन एक्सपर्ट्स ने इन दावों का खंडन किया है। एप्पल इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार,आईफोन 13 के लिए आने वाली कस्टम चिप, जिसके सेटेलाइट से जुड़ने में सक्षम होने की उम्मीद जताई थी, अब ऐसा नहीं कर पाई।
पीसीमाग के विश्लेषक साशा सेगन के अनुसार, सैटेलाइट कंपनी ग्लोबलस्टार के साथ साझेदारी में बनाई गई नई क्वालकॉम चिप का मतलब यह नहीं है कि आईफोन सेटेलाइट के साथ कम्युनिकेशन में सक्षम होगा।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ रॉबर्ट ग्राहम ने कहा, आईफोन 13 मॉडल डाउनलिंक सेटेलाइट कम्युनिकेशन चैनल का उपयोग करने जा रहे हैं जो 2.4835 गीगाहट्र्ज से 2.4950 गीगाहट्र्ज बैंड प्रदान करता है, यह फोन-टू-सैटेलाइट कम्युनिकेशन को सपोर्ट नहीं करेगा।
इससे पहले,एप्पल विश्लेषक मिंग-ची कू, आगामी लाइनअप में हार्डवेयर की सुविधा होगी जो लिओ सेटेलाइट से जुड़ने में सक्षम है। यह आईफोन 13 के यूजर्स को 4जी या 5जी सेलुलर कनेक्शन की आवश्यकता के बिना कॉल करने और संदेश भेजने की अनुमति दे सकता है।
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कुओ ने कहा, आईफोन 13 क्वालकॉम एक्स60 बेसबैंड मॉडेम चिप के एक अनुकूलित संस्करण का उपयोग करेगा जो उपग्रह पर संचार का सपोर्ट कर सकता है। हाल ही में हुए एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि कई आईफोन यूजर्स चाहते हैं कि आने वाले आईफोन मॉडल का नाम ‘आईफोन 13’ की जगह ‘आईफोन 2021’ रखा जाए।
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