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कस्तूरबा विद्यालय में DM का दौरा, 89 छात्राओं की अनुपस्थिति पर वार्डेन समेत 4 पर FIR

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गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक स्कूल से बड़ी संख्या में लड़कियों के अनुपस्थित रहने का मामला सामने आया है। इस लापरवाही को देखते हुए देर रात परसपुर थाने में वार्डन समेत चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सोमवार की देर रात कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परसपुर का औचक निरीक्षण (Gonda DM Neha Sharma) किया। विद्यालय परिसर में अव्यवस्था देख जिलाधिकारी ने जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्राओं से बात की और स्कूलों में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।

जिलाधिकारी (Gonda DM Neha Sharma) के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा भी देर रात स्कूल पहुंचे। निरीक्षण में अधिकारियों को विद्यालय में 100 के सापेक्ष मात्र 11 छात्राएं उपस्थित मिलीं। शेष छात्राओं के संबंध में वार्डेन द्वारा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। विगत 17 अगस्त के बाद उपस्थिति पंजिका में कक्षा 07 एवं कक्षा 8 की छात्राओं की उपस्थिति दर्ज नहीं की गयी, जबकि प्रेरणा पोर्टल पर वार्डेन द्वारा फर्जी उपस्थिति दिखायी गयी तथा तदनुसार राशि का समायोजन/भुगतान कर दिया गया।

वार्डेन ने बरती लापवाही

विद्यालय में वित्तीय अनियमितता, निरीक्षण के दौरान मिली अनियमितता और लापरवाही को देखते हुए देर रात परसपुर थाने में वार्डेन समेत चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने बताया कि वार्डन को स्पष्ट निर्देश हैं कि यदि कोई छात्रा विद्यालय परिसर से बाहर जाती है तो उसका विवरण मूवमेंट रजिस्टर में अंकित किया जाए। परसपुर विद्यालय में वार्डन के स्तर पर इस संबंध में लापरवाही बरती गई है। मूवमेंट रजिस्टर में छात्राओं के बाहर जाने की जानकारी दर्ज नहीं की गई।

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19 अगस्त को घर चली गई थीं छात्राएं

निरीक्षण के दौरान कई छात्राओं के अभिभावकों से टेलीफोन पर वार्ता की गयी, जिसमें अभिभावकों ने बताया कि छात्राएं 19 अगस्त को ही घर जायेंगी. जबकि वार्डन द्वारा उसे उसी दिन (21 अगस्त) को घर जाने की सूचना दी गयी थी। फोन पर बातचीत के दौरान पता चला कि छात्राएं अपने-अपने घर पर हैं। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने बताया कि छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी विद्यालय की वार्डन, पूर्णकालिक शिक्षिका, चौकीदार व पीआरडी जवान की होती है, लेकिन यहां जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया गया है, जिसके चलते वार्डन सरिता सिंह, पूर्णकालिक शिक्षिका पर एफआईआर सुषम पाल, चौकीदार विष्णु प्रताप सिंह और पीआरडी जवान दिलीप कुमार मिश्रा के खिलाफ दर्ज कराई गई है।

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