PLI Scheme , नई दिल्ली: उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) की वजह से देश में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का उत्पादन बढ़कर 9.52 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो 10 साल पहले 1.9 लाख करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन अवधि में यह 17.4 फीसदी की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ा है। यह जानकारी सरकार की ओर से दी गई।
PLI से मोबाइल सेक्टर को हुआ काफी फायदा
सरकार ने कहा कि पीएलआई से मोबाइल सेक्टर को काफी फायदा हुआ है। इससे उत्पादन मूल्य 6.61 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो लक्ष्य से ज्यादा है। वहीं, इस सेक्टर में 9,100 करोड़ रुपये का निवेश देखने को मिला है, जो तय लक्ष्य से ज्यादा है। मोबाइल पीएलआई योजना के तहत पांच साल की अवधि में 2023-24 में 4.39 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2026 तक 8.12 लाख करोड़ रुपये का संचयी उत्पादन हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। वित्त वर्ष 2023-24 में 1.2 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल निर्यात किए गए। यह 2014-15 के आंकड़े से 77 गुना अधिक है।
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भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माण देश
भारत ने 2014-15 में 1,566 करोड़ रुपये के मोबाइल फोन निर्यात किए। आईटी मंत्रालय के अनुसार, मोबाइल PLI योजना ने लगभग 1.22 लाख रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, जो लक्ष्य से कहीं अधिक है। वर्तमान में, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माण देश है।
सैमसंग, एप्पल और गूगल जैसी कंपनियां भारत में अपने नवीनतम मोबाइल फोन का निर्माण कर रही हैं। हाल ही में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पिछले छह वर्षों में देश में मोबाइल फोन का उत्पादन तीन गुना बढ़ा है और मोबाइल फोन का निर्यात 100 गुना बढ़ा है। इससे पता चलता है कि भारत का मोबाइल फोन उद्योग विकसित हुआ है।
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