नई दिल्लीः भारतीय तटरक्षक के जहाज आरुष ने काल्पनिक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास गश्त के दौरान जलती हुई नाव कलश राज से सात मछुआरों को बचाया है। इंजन के निकास से ईंधन के रिसाव की वजह से नाव में आग लग गई थी। बचाए गए मछुआरों को आसपास के क्षेत्र में मछली पकड़ने वाली एक अन्य नाव से गुजरात तट पर ओखा पहुंचा दिया गया है।
भारतीय तटरक्षक के कमांडेंट (जेजी) अश्विनी कुमार ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास एक नाव में आग लगने की सूचना मिली थी। चूंकि आईसीजी जहाज आरुष अग्रिम क्षेत्र में गश्त पर था, इसलिए उसे आग वाले स्थान पर अधिकतम गति के साथ भेजा गया। जहाज के कर्मियों को जल्द से जल्द आग बुझाने के कार्य में लगाया गया। इसके बावजूद तेजी से आग फैलने के कारण नाव को नहीं बचाया जा सका और वह अंततः डूब गई। क्षेत्र में अन्य मछली पकड़ने वाली नौकाओं के सहयोग से जलती हुई नाव ‘कलश राज’ से सात मछुआरों को बचा लिया गया।
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उन्होंने बताया कि नाव में सवार चालक दल के सभी सात सदस्य काफी थके हुए थे। नाव में इंजन के निकास से ईंधन के रिसाव के कारण आग लग गई थी। सभी को आईसीजी के जहाज आरुष पर ले जाया गया और प्राथमिक चिकित्सा और प्रारंभिक सहायता दी गई। जहाज ने बचाए गए मछुआरों को ओखा जाने के लिए आसपास के क्षेत्र में मछली पकड़ने वाली अन्य नाव को सौंप दिया। यह नाव सोमवार को मछुआरों को लेकर गुजरात तट पर ओखा पहुंच गई है।
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