नई दिल्ली: महिला अधिकारियों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए भारतीय सेना ने पहली बार कमांड भूमिकाओं के लिए 30 से अधिक महिला अधिकारियों को मंजूरी दी है। भारतीय सेना ने 108 महिला अधिकारियों को कर्नल रैंक पर पदोन्नत करने के लिए आर्मी बोर्ड गठित कर दिया है। इसके अलावा महिला अधिकारियों को भारतीय सेना की कोर ऑफ आर्टिलरी में कमीशन देने का फैसला लिया है। इस बारे में एक प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, जिस पर सेनाध्यक्ष ने जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई है।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक 30 से अधिक महिला अधिकारियों की प्रारंभिक सूची को विभिन्न शाखाओं और सेवाओं से मंजूरी दे दी गई है, जिसमें कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स, सिग्नल, आयुध और इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर शामिल हैं। जल्द ही और सूचियां सामने आएंगी, क्योंकि आर्मी बोर्ड से परिणाम जल्द घोषित किए जाएंगे। बोर्ड से पास होने वाली महिला अधिकारियों को कमांड की भूमिका दी जाएगी। उन्हें भविष्य में इससे उच्च रैंक पर पदोन्नत किया जा सकता है। इसी तरह कर्नल रैंक पर कमांड असाइनमेंट के लिए महिला अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया प्रगति पर है।
भारतीय सेना में 108 महिला अधिकारियों को कर्नल रैंक पर पदोन्नत करने के लिए आर्मी बोर्ड का गठन कर दिया गया है। यह आर्मी बोर्ड 108 महिला अधिकारियों को सैन्य खुफिया और इंजीनियरों सहित विभिन्न शाखाओं में कर्नल के रूप में पदोन्नत करने के लिए तैयार है। यह पहली बार है कि भारतीय सेना में इंजीनियर्स, मिलिट्री इंटेलिजेंस, आर्मी एयर डिफेंस, आयुध और सेवा सहित शाखाओं में कमांड भूमिकाओं के लिए महिला अधिकारियों का चयन किया जाएगा। इसके अलावा सेना में महिला अधिकारियों के सशक्तिकरण के लिए अन्य उपाय पहले ही लागू किए जा चुके हैं, उनमें सभी शॉर्ट सर्विस कमीशन महिला अधिकारियों को उनके पुरुष समकक्षों के साथ स्थायी कमीशन दिया जाना भी शामिल है।
सेना मुख्यालय के मुताबिक 108 महिला अधिकारियों को कर्नल रैंक पर पदोन्नत करने के लिए 1992 से 2005 तक के बैच से लिया गया है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के लिए एक वर्ष में महिला कैडेटों के लिए 20 रिक्तियां निर्धारित की गई हैं। इसके अलावा अधिकारी प्रशिक्षण अकादमियों में एसएससी महिला अधिकारियों के लिए 80 रिक्तियां जारी की गईं हैं। सेना उड्डयन कोर की फ्लाइंग शाखा में महिला अधिकारियों की सीधी कमीशनिंग 2022 से शुरू हुई है। अग्निपथ प्रवेश योजना के माध्यम से महिला सैनिकों को भी शामिल किया जा रहा है। मार्च, 2023 में 100 से अधिक महिला अग्निवीरों का पहला बैच बेंगलुरु के प्रशिक्षण केंद्र में शामिल होगा।
सेना मुख्यालय के अधिकारियों ने कहा कि महिला अधिकारियों को उनके पुरुष समकक्षों के बराबर अवसर दिए जा रहे हैं। हाल ही में कोर ऑफ इंजीनियर्स की कैप्टन शिवा चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में कठोर प्रशिक्षण के बाद तीन महीने के लिए लगभग 15,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है। सेना ने मित्र देशों के साथ संयुक्त अभ्यास और संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न शांति मिशनों में भी महिला सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है। हाल ही में अफ्रीका के अबेई क्षेत्र में 25 महिला सैनिकों वाली भारतीय टीम को तैनात किया गया है।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने आर्मी डे पर सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि महिला अधिकारियों को भारतीय सेना की कोर ऑफ आर्टिलरी में कमीशन दिया जाएगा। इस बारे में हमने प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है और हमें उम्मीद है कि इसे स्वीकार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेना महिला अधिकारियों और सैनिकों को हर संभव अवसर देने के पक्ष में है और इस संबंध में केंद्र सरकार की नीति के अनुरूप उनके लिए और रास्ते खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। जनरल पांडे ने महिला अग्नि वीरों की भर्ती के संबंध में बताया कि इस वर्ष मार्च से अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा और भारतीय सेना महिलाओं को सशक्त बनाना जारी रखेगी।