भारत-सिंगापुर और बढ़ाएंगे ​द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा

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नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा के माध्यम से द्विपक्षीय बैठक की।​ बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि ​आज की बातचीत से दोनों देशों को कई द्विपक्षीय मुद्दों पर लाभ होगा, जो हमारे विशेष संबंधों को और मजबूत करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।

​रक्षा मंत्री ने कहा कि ​​​​सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ​.​ एनजी इंग हेन के साथ ​हुई बैठक ​काफी महत्वपूर्ण रही, क्योंकि सिंगापुर जै​सा देश भारत का रक्षा साझेदार है।​ दोनों रक्षा ​मंत्रियों ने भारत और सिंगापुर के सशस्त्र बलों की बढ़ती व्यस्तता पर संतोष व्यक्त किया​ और ​​​द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने पर सहमति व्यक्त की।​​​ बैठक में​ राजनाथ सिंह ने दक्षिण चीन सागर और भारत-प्रशांत क्षेत्र पर भारत के रुख का भी उल्लेख किया​​।​​ ​​​उन्होंने कहा कि भारत एक खुले, समावेशी और स्थिर भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए​ सुरक्षित समुद्री मार्गों के माध्यम से जुड़ा हुआ है​ और ​आसियान देशों की एकता और ​एकीकृत व्यापार ​​के लिए प्रतिबद्ध है​। ​​

राजनाथ सिंह ने भारत के रुख को दोहराया कि अंतर​राष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों को लागू कर​ना, नेविगेशन की स्वतंत्रता, बिना लाइसेंस के वैध वाणिज्य और विवादों का शांतिपूर्ण निपटारा कर​ना ही भारत-प्रशांत क्षेत्र में नियम-आधारित आदेश सुनिश्चित करने का एकमात्र तरीका है।​ दोनों नेताओं के बीच वार्ता में चीन के आक्रामक होने पर ​भी ​चिंता जताई गई।​​ उन्होंने सिंगापुर के​ रक्षा मंत्री को क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) में शामिल नहीं होने के भारत के फैसले के बारे में भी बताया।​ दोनों नेताओं ने आसियान राज्यों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय दोनों स्वरूपों में भारत की गहरी भागीदारी का स्वागत किया​​। इस संबंध में दोनों पक्षों ने सूचना साझाकरण और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग के लिए प्रतिबद्धता ​जताई​।