नई दिल्लीः मॉस्को की यात्रा पर आए राजनाथ सिंह ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ रूसी रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव से बातचीत की। उनके साथ नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और अन्य रक्षा अधिकारी भी थे। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक चुनौतियों और सार्वजनिक तथा निजी दोनों स्तरों पर भारत पर भारी दबाव के बावजूद भारत ने सचेत निर्णय लिया है कि देश न केवल रूस के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखेगा, बल्कि अपने संबंधों को और मजबूत तथा विस्तारित भी करेगा।
India-Russia: संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा
उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत में भारत के विकास की गति पर प्रकाश डाला। रक्षा मंत्री ने कहा कि मॉस्को में उनके रूसी समकक्ष आंद्रेई बेलौसोव के साथ भारत-रूस अंतर-सरकारी सैन्य-तकनीकी सहयोग आयोग (IRIGC-M&MTC) की एक बहुत ही उपयोगी बैठक हुई। द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की संपूर्ण श्रृंखला की समीक्षा करते हुए हमने दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। हम भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बैठक में भारत और रूस के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग और औद्योगिक साझेदारी सहित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की गई।
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भारत के विकास का रोडमैप
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले सोवियत सैनिकों की याद में मास्को में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत की और अपनी बातचीत में रक्षा मंत्री ने प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए भारत के विकास की गति पर प्रकाश डाला। मास्को में भारतीय दूतावास स्कूल (केंद्रीय विद्यालय) के छात्रों और रूसी कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। रक्षा मंत्री ने रूस की अपनी यात्रा के दौरान जीवंत भारतीय समुदाय के साथ विदेशों में भारतीयों के मजबूत सांस्कृतिक संबंधों और योगदान का जश्न मनाया।
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