जयशंकर बोले- भारत और पाकिस्तान को तलाशने होंगे एक साथ रहने के रास्ते

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नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पड़ोसी देशों के रूप में भारत और पाकिस्तान को एक साथ रहने के रास्ते तलाश करने होंगे। द्विपक्षीय संबंध कैसे सामान्य हो इसकी जिम्मेदारी मुख्य रूप से पाकिस्तान पर है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के प्रमुख थिंक टैंक हूबर इंस्टिट्यूट में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि द्विपक्षीय संबंधों के बारे में भारत की राय एकदम स्पष्ट है। भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि भारत के विभाजन के बाद से ही सीमापार आतंकवाद हमारे लिए बड़ी समस्या रहा है। कुछ सप्ताह पूर्व भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर युद्ध विराम पर सहमति बनी है। यह एक अच्छा कदम है। सीमा पार आतंकवाद बड़ी समस्या के रूप में अब भी मौजूद है।

उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को लेकर हमें आशावादी रहना चाहिए लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि घटनाक्रम क्या मोड़ लेता है। विदेश मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी का मुकाबला करने के लिए भारत को दुनिया भर से बड़े स्तर पर सहायता मिली। महामारी विश्वव्यापी स्तर की थी तथा इसका मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने टीकाकरण को दुनिया के सभी देशों में कारगर तरीके से चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आधी दुनिया में टीकाकरण हो तथा बाकी की आधी दुनिया में टीकाकरण ना हो।