नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के साथ बैठक की और कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की लड़ाई सड़क से संसद तक जारी रहेगी। खड़ग की इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस यानी ‘इंडिया’ के सदस्य नेताओं से मुलाकात हुई। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से कहा, ”कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने ‘भारत’ के नेताओं के साथ बैठक की।
मणिपुर पर पीएम से विस्तृत चर्चा की मांग
बैठक में उन्होंने कहा, हम मणिपुर में शांति लाने के लिए जो भी जरूरी होगा वो करेंगे। यह लड़ाई सड़क से संसद तक जारी रहेगी। ‘इंडिया’ के नेता राज्यसभा में मणिपुर पर चर्चा और उच्च सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विस्तृत बयान की मांग कर रहे हैं। मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने अपने दो घंटे से अधिक लंबे भाषण में आश्वासन दिया कि मणिपुर में शांति बहाल की जाएगी और यह विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा था कि मणिपुर में भाजपा शासित राज्य सरकार पिछले छह वर्षों से वहां की स्थिति को सुलझाने की कोशिश कर रही है और भविष्य में भी प्रयास जारी रहेंगे। “पूरा देश और सदन मणिपुर के साथ है। पीएम मोदी ने कहा, ”हम मिलकर वहां शांति सुनिश्चित करेंगे।”
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वहीं विपक्ष के सवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नेहरू परिवार और अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। लोकसभा में पीएम मोदी ने सियासी कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अच्छा लगा कि विपक्ष ने उनकी बात मानी, 2018 में उन्होंने विपक्ष को 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लाने का जिम्मा दिया था और विपक्ष ये प्रस्ताव लेकर आया। लेकिन उन्हें दुख है कि विपक्ष ने इसके लिए कोई तैयारी नहीं की, अविश्वास प्रस्ताव में कोई नवीनता नहीं थी, कोई रचनात्मकता नहीं थी। मोदी ने आगे कटाक्ष करते हुए कहा कि 2028 में विपक्ष को फिर अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिलेगा, तब उन्हें अच्छी तैयारी करनी चाहिए, कुछ मुद्दे ढूंढने चाहिए, मेहनत करनी चाहिए, थोड़ा दिमाग से काम लेना चाहिए।
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