India vs Bangladesh T20, Mayank Yadav: टीम इंडिया ने ग्वालियर में खेले गए पहले टी-20 में बांग्लादेश को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की टी20 सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। टीम इंडिया की इस जीत में कई भारतीय खिलाड़ियों का योगदान रहा। हालांकि, गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने बांग्लादेश को 127 रनों के कम स्कोर पर समेट दिया।
इस मैच में टीम इंडिया के लिए मयंक यादव (Mayank Yadav) और नीतीश कुमार रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) ने डेब्यू किया। मैच से पहले दोनों थोड़े नर्वस थे, लेकिन उन्होंने कहा कि कप्तान सूर्यकुमार यादव ने लगातार उनका हौसला बढ़ाया, जिससे उन्हें शांत रहने में मदद मिली।
पहले ही मैच में मयंक और नीतीश ने छोड़ी छाप
बता दें कि मयंक और नीतीश दोनों 21 साल के हैं और अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्होंने अच्छी छाप छोड़ी। मयंक ने अपनी गति से जहां बांग्लादेशी बल्लेबाजों को परेशान किया, वहीं नीतीश ने मैच को खत्म करने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की और नाबाद रहे। मयंक ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला मेडन ओवर फेंका।
उन्होंने इस साल आईपीएल में अपनी गति से क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा, लेकिन पेट की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वे इस टूर्नामेंट में केवल चार मैच ही खेल पाए। उन्होंने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में चार ओवर में 21 रन देकर एक विकेट लिया। जबकि नीतीश ने 15 गेंदों पर नाबाद 16 रन बनाकर भी प्रभाव छोड़ा।
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सूर्यकुमार की तारीफ में पढ़े कसीदे
मयंक ने कहा, ‘सूर्यकुमार आपको पूरी आजादी देते हैं। जब मैं रन अप पर जा रहा था, तो उन्होंने मुझसे कहा कि जो तुम्हें अच्छा लगता है, वही करो। यह किसी भी तेज गेंदबाज के लिए बहुत जरूरी है। खासकर तब जब आप अपना पहला मैच खेल रहे हों।’ नीतीश ने भी सूर्यकुमार की तारीफ की और कहा, ‘वह बहुत शांत कप्तान हैं। वह बहुत अच्छी कप्तानी कर रहे हैं। उन्होंने हम पर किसी तरह का दबाव नहीं बनने दिया। हम अपना पहला मैच खेल रहे थे और थोड़े नर्वस थे, लेकिन उन्होंने हमें खुलकर खेलने दिया। यही कोई भी खिलाड़ी अपने कप्तान से चाहता है।’
चार महीने तक बाहर रहने के बाद अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से पहले मयंक भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए यादगार पल था। जब मुझे पता चला कि मैं पदार्पण करने जा रहा हूं, तो पिछले चार महीनों का पूरा परिदृश्य मेरी आंखों के सामने आ गया।’ तेज गेंदबाज ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत मेडन ओवर से की और अपनी गेंदबाजी में सुधार का श्रेय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल को दिया।