अहमदाबादः सूरत शहर के रांदेर-गोराट रोड पर रहने वाले मेमन व्यापारी उमर जनरल के घर आयकर विभाग की छापेमारी 5वें दिन भी जारी रही। जांच में अधिकारियों को एक करोड़ रुपए के नकदी का पता चला है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार विभाग को अब तक 90 करोड़ रुपये के बेनामी लेन-देन का पता चला है। भवन निर्माण उद्योग में प्राप्त नकदी और दूसरे से लिए गए नकद ऋण भी शामिल है। बिना जीएसटी चुकाए व्यापारी ने कपड़े के सामान भी बेचे। फैक्टरी और ऑफिस समेत पांच जगहों पर जांच की गई, जो देर शाम तक जारी रही। कारोबारी के रिंगरोड स्थित कार्यालय में सभी कर्मचारियों के बयान लिए गए।
विभागीय सूत्र के अनुसार मांडवी स्थित कपड़ा निर्माण इकाई में सबूत मिले कि स्थानीय बाजार में नकद में ही सामान बेचा जा रहा था। जीएसटी लोडेड और नॉन-जीएसटी लोडेड दोनों तरह के सामान फैक्टरी से निकल रहा था। अनुमान है कि जीएसटी विभाग भी उमर जनरल के यहां जांच कर सकता है। सूत्रों के अनुसार उमर के यहां निर्यात के सामान स्थानीय बाजार में ही बेचा जा रहा था। बताया गया है कि उमर के रांदेर-गोराट स्थित उमर जनरल के बंगला में छापेमारी के दौरान विभागीय अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ी। बंगले के 22 कमरों की जांच करने में डेढ़ दिन का समय लगा है। बंगला में कई जगह खराब टाइल्स और सरफेसिंग की भी अधिकारियों ने जांच की कि यहां कहीं रुपये तो नहीं छिपाये गए हैं।
12 लग्जरी कारों के मामले में जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही अधिकारियों ने निर्यात के आंकड़ों की माइनिंग शुरू कर दी है और बयान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही रिंग रोड स्थित जनरल ग्रुप के कार्यालय, मांडवी की फैक्टरी के अलावा वहां के कुछ स्टाफ सदस्यों की भी जांच की गई है। 12 लग्जरी कारों के मामले में भी जांच की जा रही है।
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