जयपुरः राजस्थान में अब 18 से कम उम्र वालों के भी कोरोना संक्रमित होने के मामले सामने आने लगे हैं। पिछले दिनों डूंगरपुर जिले में महज 10 दिनों में 512 बच्चों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अब दौसा जिले में भी 345 बच्चों के महामारी की चपेट में आने की खबर है। यह केस पिछले 22 दिनों में आए हैं। राहत की बात यह है कि इनमें अभी कोई बच्चा गंभीर नहीं है। इनमें किसी को अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ा है। रविवार को बाड़मेर में भी 8 साल के एक बच्चे के संक्रमित होने की जानकारी मिली थी। उसके फेफड़ों में संक्रमण मिला है। ऐसे में चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसी बीच, प्रदेश में लगे लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों के बाद गृह विभाग नई गाइडलाइन जारी करेगा।
राहत यह है कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से कम हो रही है। दूसरी लहर में पहली बार प्रदेश में संक्रमण की दर एक ही दिन में आधी हो गई। पिछले कुछ दिनों से यहां पॉजिटिव होने की दर 18 फीसदी से ज्यादा थी। शनिवार को यह घटकर 9 फीसदी रह गई। अब 100 में से 9 लोग ही कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। पिछले 36 घंटों में कोरोना से हुई मौतों में भी करीब 11 फीसदी की गिरावट आई है। जोधपुर में ब्लैक फंगस यानी म्यूकर माइकोसिस से शनिवार को पहली मौत हुई। यहां एमडीएस अस्पताल में 61 वर्षीय राधेश्याम ने दम तोड़ दिया।
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चौदह जिलों में अब रोजाना 100 से कम केस
प्रदेश के 33 में से 14 जिले ऐसे हैं, जिसमें 100 से कम संक्रमित केस आए हैं। इनमें से भी आधे ऐसे हैं, जिनमें 50 से कम केस हैं। 50 से कम केस वालों में सिरोही, बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर और जालोर जिले हैं। इन सभी जिलों में संक्रमण की दर भी 6 फीसदी से कम रही है। दस दिन पहले तक जयपुर, जोधपुर, कोटा, अलवर, उदयपुर और डूंगरपुर में 800 से 1000 तक कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे थे। अब सिर्फ जयपुर में ही 1000 से ज्यादा पॉजिटिव आ रहे हैं। बाकी जिलों में यह संख्या 200 से 400 के बीच रह गई है।