Wednesday, March 26, 2025
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Homeअन्यक्राइमNIA की छापेमारी से नकली नोट सप्लाई मामले में हुए अहम खुलासे

NIA की छापेमारी से नकली नोट सप्लाई मामले में हुए अहम खुलासे

पूर्वी चंपारण: जाली नोटों की सप्लाई के मामले में जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के मुरली गांव निवासी राजेश सहनी के घर NIA की छापेमारी के बाद अहम खुलासे हुए हैं। पिछले साल पांच सितंबर को मिलिट्री इंटेलिजेंस के इनपुट पर मोतिहारी पुलिस ने बंजरिया थाना क्षेत्र से इंजीनियर नजरे सद्दाम, मो वारिस और जाकिर हुसैन को गिरफ्तार किया था, जो नेपाल से जाली नोट लाकर रक्सौल के रास्ते जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पोल्ट्री फार्म संचालक मुजफ्फर अहमद वानी उर्फ ​​सरफराज को देने जा रहे थे।

NIA की छापेमारी में हुआ खुलासा

गिरफ्तार तीनों ने बताया था कि जाली नोट उन्हें नेपाल के धौड़ा में राजेश सहनी नामक व्यक्ति ने दिए थे। तभी से पुलिस की टीम राजेश सहनी को नेपाली नागरिक मानकर उसकी तलाश कर रही थी। हालांकि, वह राजेश सहनी पूर्वी चंपारण जिले के संग्रामपुर के मुरली गांव का निवासी निकला, जो एलएंडटी नामक फाइनेंस कंपनी में कर्मी के तौर पर काम करता है। मोबाइल सर्विलांस, सीडीआर और लोकेशन के आधार पर NIA द्वारा की गई छापेमारी में यह अहम खुलासा हुआ है।

लोकेशन ट्रैक करने में हो रही थी परेशानी

राजेश सहनी संग्रामपुर के मुरली गांव निवासी शंभू सहनी का पुत्र है। वह फिलहाल वैशाली में एलएंडटी फाइनेंस में काम करता है। जानकारी के अनुसार राजेश सहनी का नेपाल के काठमांडू में बैठे पाकिस्तान और बांग्लादेश के उन गुंडों से संबंध है, जो भारत में जाली नोटों के प्रचलन को बढ़ावा दे रहे हैं। जांच में पता चला है कि राजेश सहनी भारत की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को धोखा देने के लिए नेपाल में अलग-अलग जगहों पर जाली नोट पहुंचाता था। इसके साथ ही वह अपने मोबाइल में नेपाली नंबर और भारतीय नंबर का इस्तेमाल करता था, जिससे सुरक्षा एजेंसी को उसका लोकेशन ट्रेस करने में दिक्कत आ रही थी।

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इतना ही नहीं जाली नोटों की डिलीवरी के दौरान वह सभी सप्लायरों को अपना पता बिरंगज के मुरली चौक बताता था। बुधवार को संग्रामपुर के मुरली गांव में राजेश के घर पर छापेमारी के दौरान NIA की टीम ने मोबाइल, सिम कार्ड और कुछ अहम दस्तावेज बरामद किए, जिसे NIA की टीम अपने साथ ले गई।

मिली जानकारी के अनुसार राजेश सहनी लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है, जबकि NIA की टीम उसे पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। बताया गया है कि राजेश साहनी की गिरफ्तारी के बाद नेपाल में बैठे पाकिस्तान और बांग्लादेश के सरगना भी बेनकाब हो जाएंगे, जो भारत में नकली नोटों की सप्लाई करने में लगे हैं।

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