नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के पूर्वानुमान को घटा दिया है। आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आर्थिक वृद्धि दर 6.1 फीसदी से घटाकर 5.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, इसके बावजूद भारत दुनिया में सबसे तेजी से वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
आईएमएफ ने मंगलवार को जारी अपने वार्षिक विश्व आर्थिक परिदृश्य में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ 5.9 फीसदी रहेगा। इसके साथ ही आगामी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। इससे पहले जनवरी में 6.8 फीसदी विकास दर का अनुमान जताया गया था।
उल्लेखनीय है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर के संबंध में आईएमएफ का ताजा अनुमान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के अनुमानों से कम हैं। रिजर्व बैंक का बीते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर सात फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि एक अप्रैल से शुरू चालू वित्त वर्ष 2023-24 में विकास दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी आंकड़े अभी जारी नहीं किए हैं।
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