Friday, January 10, 2025
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeफीचर्डबंगाल में शार्क के मांस का अवैध कारोबार, छापेमारी में पकड़ी गई...

बंगाल में शार्क के मांस का अवैध कारोबार, छापेमारी में पकड़ी गई बड़ी खेप

Illegal trade shark meat Bengal large consignment caught raid

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के तटीय इलाकों में शार्क के मांस और उसके पंखों के अवैध व्यापार का मामला सामने आया है। मामला पिछले हफ्ते जिला प्रशासन के संज्ञान में आया जब राज्य वन विभाग और पश्चिम बंगाल तटीय पुलिस शाखा की एक संयुक्त टीम ने दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप उपखंड के फ्रेजरगंज गांव में सूखे शार्क मांस व सूखे शार्क पंखों से भरे 70 बक्से बरामद किए गए।

छापेमारी में बरामद की गई बड़ी खेप

जिला वन अधिकारी मिलन मंडल के मुताबिक, इस बेल्ट से शार्क के मांस व शार्क के पंखों की यह पहली जब्ती है। उन्होंने कहा कि  हम इलाके में पनप रहे इन रैकेटों पर नकेल कसने के लिए नियमित छापेमारी करेंगे। छापेमारी टीम के सदस्य अपने सूत्रों से मिली गुप्त सूचना के बाद इतनी बड़ी खेप मिलने से हैरान थे। शार्क के मांस व शार्क के पंखों को सुखाकर इस तरह से पैक किया गया था कि यह सूखी मछली की खेप की तरह दिखे, दो स्थामीय तौर पर ‘शुटकी’ के नाम से लोकप्रिय है, जो न केवल पश्चिम बंगाल में बल्कि पूरे भारत में लोकप्रिय है।

तटीय इलाकों में यह काफी आम है, उन्होंने कहा, “पहले तो हमने खेप को शेटकी समझ लिया। लेकिन उस पर वसायुक्त फाइबर की परतों और कुछ सूखे पदार्थ के अजीब और चौकोर आकार की सावधानीपूर्वक जांच के बाद, हमें यकीन हो गया कि यह एक शॉट नहीं था। मांस और शार्क के पंख सूख गए थे। जिले के इस तटीय इलाके के निवासी आकाश दास और रंजीत बाग को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत में शार्क के मांस का सेवन अवैध नहीं है, लेकिन 2015 में सेंट्रल वाणिज्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार शार्क पंखों का निर्यात अवैध है।

यह भी पढ़ें-Medininagar: जेल से छूटते ही दो भाइयों ने किया कुछ ऐसा, फिर पहुंचे सलाखों के पीछे

गैर-सरकारी संगठन मछुआरों को दे रहे जानकारी 

उन्होंने कहा कि चूंकि शार्क का मांस अपने उच्च प्रोटीन मूल्य व स्वाद की वजह से देश के कुछ तटीय क्षेत्रों में कई लोगों का पसंदीदा व्यंजन है। शार्क के पंखों की मांग इस विश्वास के कारण भी है कि वे कामोत्तेजक हैं। कोलकाता के एक विशेष इलाके में चीनी भोजन की पेशकश करने वाले कुछ व्यवसाय ग्राहकों को शार्क फिन सूप परोसते हैं। पता चला है कि कुछ गैर-सरकारी संगठन लंबे समय से मछुआरों को मछली पकड़ने के जाल में फंसी शार्क के इलाज के बारे में शिक्षित करने की कोशिश कर रहे है।

मछुआरों को सलाह दी  गई कि यदि फंसी हुई शार्क जीवित है तो उसे गहरे पानी में छोड़ देना चाहिए वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि पिछली जब्ती में जब्त की गई 70 बक्सों की विशाल खेप को ध्यान में रखते हुए, हमें यकीन है कि पूरे ऑपरेशन के पीछे एक संगठित रैकेट है, जिसका उद्देश्य संगठित शार्क शिकार करना है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के वन्यजीव तस्करों की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि तटीय दक्षिण 24 परगना के कुछ हिस्सों, खासकर सुंदरबन इलाकों में दोनों पक्षों के लोगों का संयुक्त अपराध सिंडिकेट में शामिल होना आम बात है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें