कानपुरः वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर इन दिनों पूरे भारत में तेजी से पांव पसार रही है। इसको लेकर लोगों के साथ प्रशासनिक अमला और सरकार भी चिंतित है, लेकिन कानपुर आईआईटी के प्रोग्राम डायरेक्टर ने शोध कर दावा किया है कि मई माह में कोरोना संक्रमण का दायरा सिकुड़ने लगेगा, जो जनता के लिए राहत भरी खबर है। इसके साथ ही यह भी बताया कि 20 से 25 अप्रैल के बीच उत्तर प्रदेश में 11 हजार मरीजों के साथ चरम पर होगा। यह लहर ऐसी है कि जितनी तेजी से बढ़ेगी तो उतनी ही तेजी से घटेगी भी।
कोराना संक्रमण के बढ़ते दायरे को लेकर योगी सरकार चिंतित हो गई है और खुद मुख्यमंत्री मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के कार्यक्रम निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने शोध के जरिये दावा किया कि अभी और कोरोना का दायरा बढ़ने वाला है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष एक जून से लेकर इस वर्ष 17 मई तक का शोध के जरिये संभावित कोरोना ग्राफ का आंकड़ा जारी किया गया था। आंकड़े के अनुसार ही अब तक कोरोना का ग्राफ वास्तविक रुप में देखा गया। बताया गया था कि पिछले वर्ष सितम्बर से अक्टूबर माह तक रोजाना चार हजार से अधिक मरीज पॉजिटिव पाए जाएंगे और हुआ भी ऐसा।
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वर्तमान समय का जो दौर चल रहा है 3300 के करीब कोरोना पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं। 20 से 25 अप्रैल के मध्य कोरोना मरीजों में तेजी से बढ़ोत्तरी होगी और आंकडा करीब 11 हजार रोजाना का पहुंच जाएगा। इसके बाद कोरोना संक्रमण का ग्राफ गिरने लगेगा और मई माह में पिछले वर्ष दिसम्बर माह की स्थिति में पहुंच जाएगा, यानी कोरोना मरीजों की संख्या लगभग नगण्य हो जाएगी। यह भी बताया जा रहा है कि यह आंकड़ा 17 मई तक के लिए है, उस दौरान निम्नतम स्तर पर कोरोना पहुंच जाएगा।