HP: सदन में गूंजा बेरोजगारी का मुद्दा, सीएम सुक्खू ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार

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शिमला (HP): धर्मशाला में चल रहे हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की। सदन के नेता और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बेरोजगारी के लिए पिछली भाजपा सरकार के कामकाज को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री जब सदन में अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान दिये गये रोजगार के आंकड़े पेश कर रहे थे तो विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे और सदन से बाहर चले गये।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने विधानसभा में कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में भर्ती घोटाले हुए हैं। हमीरपुर चयन आयोग में लाखों रुपये में बिके प्रश्नपत्र सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने व्यवस्था दी कि अगर विपक्ष सहमत होता है तो शनिवार को सदन में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की जा सकती है। इस पर विपक्ष सहमत हो गया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में बोलने की इजाजत मांगी, जो विधानसभा अध्यक्ष ने दे दी।

10 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों को निकालाः जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी एक गंभीर मुद्दा है। प्रदेश में पिछले एक साल से बेरोजगार भटक रहे हैं, हजारों युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी गारंटी में पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरियां और पांच साल में पांच लाख नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन एक भी नौकरी नहीं दी गयी। इसके विपरीत वर्तमान सरकार ने 10 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाल दिया।

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एक साल में ही शुरू हुईं भर्तियां

इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सत्ता पक्ष इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन यह भी बताना जरूरी है कि बीजेपी सरकार के समय कितनी भर्तियां हुई हैं। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में केवल 20 हजार भर्तियां हुई थीं, लेकिन उनकी सरकार ने एक साल में ही 20 हजार पदों पर भर्तियां शुरू कर दी हैं। इनमें शिक्षकों के 6500, पटवारी के 974, वन मित्र के 2065, नर्सों के 9500, बस कंडक्टर और ड्राइवर के 300-300, पुलिस विभाग में 1248 और जल शक्ति विभाग में 9500 पदों पर भर्ती चल रही है।

भाजपा शासन में हुए घोटाले

CM ने कहा कि पिछली सरकार में कर्मचारी चयन आयोग भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था और यहां 12-12 लाख रुपये में पेपर बेचे जाते थे। पुलिस भर्ती में घोटाला हुआ और जब चुनाव शुरू ही हुए थे तो सीबीआई जांच करने आई। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। जयराम ठाकुर ने हर्षवर्द्धन चौहान के विपक्ष के नाटक पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह लाखों बेरोजगार युवाओं के भविष्य का मामला है।

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