Monday, February 24, 2025
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HP Monsoon Session: ठेकेदारों के भुगतान पर नोकझोंक, CM ने विपक्ष को कहा- कंफ्यूज्ड

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शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शिमला में चल रहे मानसून सत्र (HP Monsoon Session) में गुरुवार को ठेकेदारों के लंबित भुगतान के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। भाजपा सदस्य रणधीर शर्मा ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की अंतिम तिमाही में सरकार ने विभिन्न विभागों के बजट में कितनी कटौती की है, इसका सिलसिलेवार ब्योरा मांगा था। इस पर मुख्यमंत्री ने सदन (HP Monsoon Session) में अपना जवाब दिया।

मुख्यमंत्री के जवाब पर विपक्ष भड़क गया। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। विधायकों ने पहले तो सदन में हंगामा किया और उसके बाद उठकर सदन से बाहर चले गए। भाजपा सदस्य रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग और जलशक्ति विभाग में कई ठेकेदारों का लंबित भुगतान नहीं हो रहा है। ठेकेदारों पर करोड़ों की देनदारी बकाया है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी ठेकेदार का भुगतान नहीं रोका गया है। अगर विधायक के पास इस संबंध में कोई जानकारी है तो बताएं, सरकार इस पर कार्रवाई करेगी।

जानकारी छिपा रही सरकार: रणधीर शर्मा

इस पर रणधीर शर्मा ने दो बार पूरक प्रश्न पूछे। सीएम पहले ही दो बार जवाब दे चुके थे और जब वह तीसरी बार जवाब दे रहे थे तो नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने फिर से पूरक सवाल पूछा। वहीं, रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार जानकारी छिपा रही है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग का बजट रोक दिया है। दोनों विभाग ठेकेदारों को भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। इसके कारण ठेकेदार भी अपने मजदूरों को दैनिक वेतन नहीं दे पा रहे हैं।

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भाजपा में नेतृत्व संकट : मुकेश अग्निहोत्री

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा में नेतृत्व संकट पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाना असंसदीय है। उन्होंने विपक्ष के व्यवहार की निंदा की। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष को कंफ्यूज्ड बताया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की अंतिम तिमाही में लोक निर्माण विभाग के 171 करोड़ और जल शक्ति विभाग के 143 करोड़ रुपये खर्च नहीं हो सके। इसका मतलब यह नहीं है कि यह ख़त्म हो गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार खजाना खाली छोड़ गयी थी, इसलिए व्यवस्था सुधारने में समय लग रहा है। विपक्ष को इस तरह चर्चा से नहीं भागना चाहिए।

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