Himachal Election 2022: हमीरपुर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस को कड़ी टक्कर देगा निर्दलीय

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शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के प्रभुत्व वाली हमीरपुर सदर सीट पर भाजपा और कांग्रेस को निर्दलीय इस बार कड़ी टक्कर देने के मूड में हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। भाजपा ने मौजूदा विधायक नरेंद्र ठाकुर पर फिर से भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने नए चेहरे डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा को चुनाव में उतारा है। पुष्पेंद्र वर्मा पूर्व मंत्री उद्योग मंत्री रणजीत वर्मा के सुपुत्र हैं और हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हैं। वहीं इस सीट पर आशीष शर्मा ने निर्दलीय ताल ठोक कर चुनावी मुकाबले को रोचक बना दिया है। हमीरपुर में 35 वर्षीय आशीष शर्मा पिछले लंबे समय से सक्रिय हैं। विभिन्न ग्राम पंचायतों की महिला मंडलों के अलावा युवाओं में उन्होंने अच्छी पैठ बना ली है। राजनीतिक पंडितों की मानें तो आशीष शर्मा भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं।

हमीरपुर सदर सीट पर पिछले 15 सालों से भाजपा का कब्ज़ा है। आख़िरी बार 2003 में ये सीट कांग्रेस की झोली में गई थी, तब कांग्रेस नेत्री अनिता वर्मा विजयी हुई थीं। 2007 से 2012 तक भाजपा की उर्मिल ठाकुर और 2012 से 2017 तक पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल यहां से विधायक बने। वर्तमान में भाजपा के नरेंद्र ठाकुर विधायक हैं। नरेंद्र ठाकुर शांता सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ठाकुर जगदेव चंद के सुपुत्र हैं। हमीरपुर के विकास में ठाकुर जगदेव चंद का अहम योगदान रहा है और अब उनकी राजनीतिक विरासत नरेंद्र ठाकुर सम्भाल रहे हैं।

इस सीट पर कांग्रेस में उम्मीदवार चयन को लेकर वरिष्ठ नेताओं के बीच घमासान मचा रहा। रोचक बात यह है कि नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन कांग्रेस ने पुष्पेंद्र वर्मा को उम्मीदवार घोषित किया। आशीष शर्मा भाजपा और कांग्रेस दोनों से टिकट की कोशिश करते रहे, लेकिन बात नहीं बनने पर उन्होंने निर्दलीय नामांकन भरकर दोनों प्रमुख दलों की चिंता बढ़ा दी। हमीरपुर हल्के के सामाजिक ताने-बाने की बात करें, तो यहां राजपूत व वाह्रामण मतदाताओं की संख्या बराबर है।

4.79 करोड़ के मालिक भाजपा के नरेंद्र ठाकुर –

भाजपा के कदावर नेता रहे, शांता सरकार में कैबिनेट मंत्री व भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल ठाकुर जगदेव चंद के बेटे नरेंद्र ठाकुर दोबारा हमीरपुर सदर से चुनाव मैदान में हैं। मौजूदा भाजपा विधायक व उम्मीदवार 65 वर्षीय नरेंद्र ठाकुर करोड़पति उम्मीदवारों की सूची में सम्मिलत हैं। वह 4.79 करोड़ की चल-अचल संपति के मालिक हैं। चुनावी हल्फनामे में नरेंद्र ठाकुर ने अपने परिवार की चल सपंति 86 लाख और अचल संपति 3.93 करोड़ दिखाई है। हल्फनामे में दिए गए संपति ब्यौरे के मुताबिक उनके पास डेढ़ लाख और पत्नी के पास 12 लाख के जेवर हैं। नरेंद्र ठाकुर के पास एक इनोवा और पत्नी के पास एक क्रेटा गाड़ी है। हालांकि दंपति ने ये गाड़ियां लोन पर ली हैं। नरेंद्र ठाकुर की चल संपति में सेविंग के नाम पर छह बैंक खाते और पालिसियां हैं। अचल संपति में उनके नाम सुजानपुर तहसील के चायल, बड़ोग और री गांवों में 119 कनाल की कृषि भूमि है, जिसकी कीमत 83 लाख है। उन्होंने वर्ष 1991 में हमीरपुर के पाश क्षेत्र हीरानगर में एक लाख रूपये में गैर कृषि भमि खरीदी थी। जिस पर उनका तीन मंजिला आलीशान मकान है। इसका बाजारी मूल्य दो करोड़ रूपये है। नरेंद्र ठाकुर पेशे से वकील हैं। उन्होंने वर्ष 1981 में हिमाचल विवि से एमकॉम और वर्ष 1984 में एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है।

कांग्रेस के डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा के नाम 3.44 करोड़ की संपति –

हमीरपुर के चुनावी रण में पहली बार किस्मत आजमाने उतरे कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा हमीरपुर मेडिकल कालेज के डॉक्टर हैं। वह पूर्व उद्योग मंत्री रणजीत वर्मा के सुपुत्र हैं। रणजीत वर्मा सत्तर के दशक में हिमाचल सरकार में मंत्री रहे हैं। 47 वर्षीय डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा के पास 3.44 करोड़ की चल एवं अचल संपति है। नामांकन के दौरान चुनाव आयोग में जमा हल्फनामे में उन्होंने अपनी चल संपति 1.08 करोड़ और अचल संपति 2.43 करोड़ दर्शाई है। पुष्पेंद्र वर्मा की पत्नी एनआईटी हमीरपुर में मेडिकल ऑफिसर हैं। चल संपति में पुष्पेंद्र वर्मा के नाम 37 लाख, पत्नी के नाम 48 लाख और बच्चों के नाम क्रमशः 17 लाख और आठ लाख विभिन्न बैंक खातों व पालिसियों में जमा हैं। इसके अलावा उनके नाम 2.13 करोड़ और पत्नी के नाम 29.94 लाख की अचल संपति है। हमीरपुर के झनियारा और गोपाल नगर में गैर कृषि भूमि पर बने उनके दो भवनों का बाजारी मूल्य 1.37 करोड़ हैं। पत्नी के नाम नादौन के कोटलू में गैर कृषि भूमि है। हालांकि डॉक्टर दंपति के नाम कृषि भूमि व व्यवसायिक भवन नहीं है। डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने वर्ष 2021 में माकेंडेय यूनिवर्सिटी कुमारहट्टी सोलन से मेडिसन में एमडी की है।

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35 वर्ष के निर्दलीय आशीष शर्मा का करोड़ों का कारोबार –

आशीष शर्मा टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय किस्मत आजमा रहे हैं। आशीष शर्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र जार के दामाद हैं। 35 वर्ष के आशीष शर्मा करोड़पति हैं। उनके पास अकूत संपति है। चुनावी हल्फनामे पर नजर डालें, तो आशीष शर्मा 13.59 करोड़ की संपति के मालिक हैं। उनके तीन स्टोन क्रशर हैं। आशीष शर्मा के पास 33 लाख की फारच्यून टोयटा कार, दो टिप्पर और एक जेसीबी है। उनकी 6.13 करोड़ की चल और 7.01 करोड़ की अचल संपति है। इसमें 3.37 करोड़ की अचल संपति खरीदी गई है। आशीष शर्मा के पास 5.54 एकड़ की कृषि भूमि है, जिसकी कीमत चार करोड़ से अधिक है। इसके अलावा उनके नाम 2.95 करोड़ की गैर कृषि भूमि भी है। चल संपति में उनके नाम 5.65 करोड़, पत्नी के नाम 44.71 लाख और बच्चे के नाम 2.45 लाख विभिन्न बैंक खातों, एफडीआर और पालिसियों में जमा है। उनके नाम से 15 सेविंग बैंक खाते और पांच एफडीआर व छह पालिसियां हैं। आशीष शर्मा ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। वर्ष 2009 में उन्होंने जेपी युनिवर्सिटी वाकनाघाट से इलेक्ट्रानिक कमयूनिकेशन में बीटेक की है।

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