Gangasagar: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी गंगसागर का पवित्र स्नान शुरू हो गया है। जिसमें लाखों श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के पावन अवसर पर डुबकी लगाई। बता दें कि त्रेता युग का वह पावन तट, जहां मां गंगा ने राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को मोक्ष प्रदान किया था, मोक्ष की कामना में श्रद्धालु वहां पवित्र स्नान के लिए उमड़ पड़े। पवित्र स्नान उसी शुभ समय से शुरू होता है, जब गंगा ने राजा सगर के पुत्रों को स्पर्श किया था। गंगसागर मेला 8 जनवरी से शुरू हो चुका है। इसका समापन 17 जनवरी को होगा। पवित्र स्नान का शुभ समय आज सुबह 6:58 बजे से 15 जनवरी को सुबह 6:58 बजे तक है। पश्चिम बंगाल सरकार ने गंगसागर मेले के लिए विशेष व्यवस्था की है। सरकारी बसों और अन्य सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल करीब 32 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार यह संख्या बढ़ सकती है।
Gangasagar: बांग्लादेशी घुसपैठियों पर खास फोकस
गंगसागर मेले के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों की संभावित गतिविधि को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। खुफिया एजेंसियों ने राज्य सरकार को सचेत किया है कि दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप पर भीड़ का फायदा उठाकर अवैध घुसपैठ हो सकती है। सुंदरबन जिला पुलिस ने सागर द्वीप के तटीय प्रवेश बिंदुओं जैसे काकद्वीप के लॉट नंबर 8 और नामखाना के चेमागुरी पर कड़ी निगरानी रखी है। मेला क्षेत्र में 13 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। भारतीय तटरक्षक बल भी सुरक्षा में मदद कर रहा है।
यह भी पढ़ेंः-पीएम मोदी ने किया ‘Mission Mausam’ का शुभारंभ, जानिए क्या है विजन
Gangasagar: सुरक्षा व्यवस्था पर खास नजर
गंगसागर मेले की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 1 हजार से भी ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं। प्रशासन ने कहा कि हर साल मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाती है, लेकिन इस बार बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक संकट को देखते हुए अधिक सतर्कता बरती जा रही है। इसका कारण है कि घुसपैठिए मेले का फायदा उठाकर अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं में महिला, पुरुष और युवाओं के साथ-साथ नागा, नाथ और विभिन्न संप्रदायों के संत भी शामिल हैं। गंगसागर में आस्था, भक्ति और मोक्ष की यह अनूठी तस्वीर हर साल श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचती है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)