ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में जुटी दिल्ली सरकार, डिप्टी सीएम ने कही ये बात

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नई दिल्लीः केजरीवाल सरकार दिल्ली में अपने अंतर्गत आने वाली ऐतिहासिक इमारतों को संरक्षित करते हुए पुनर्जीवित करने का काम कर रही है। इस दिशा में सोमवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण के लिए किए जा रहे कामों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में स्मारकों की स्थिति की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया कि उपमुख्यमंत्री जल्द ही उनका दौरा करेंगे और ऐतिहासिक स्थलों पर चल रहे संरक्षण कार्यों की समीक्षा करेंगे।

इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि ऐतिहासिक इमारतें हमारी धरोहर है और इन्हें संरक्षित करना बेहद जरुरी है। उन्होंने आगे कहा कि लंबे समय तक उपेक्षित रहने के कारण इन्हें काफी नुकसान हुआ है। दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि बेहद सावधानी के साथ प्रत्येक स्मारक व उससे जुड़े इतिहास के साथ छेड़छाड़ किए बिना जल्द से जल्द उन्हें अपनी असल पहचान दी जाए।

सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में ज्यादातर ऐतिहासिक इमारतें भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग के अंतर्गत आते है, लेकिन ऐतिहासिक महत्त्व की बहुत सी ऐसी इमारतें भी है जो दिल्ली सरकार के अंतर्गत आती है। दिल्ली सरकार के अंतर्गत ऐसी कुल 71 इमारतें है जिनके पुनर्विकास का कार्य किया जा रहा है ताकि लोग इन इमारतों के इतिहास से भी परिचित हो सकें और ये स्थान पर्यटन के क्षेत्र के रूप में उभर सकें। सरकार द्वारा यहां पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

जर्जर हो चुकी दारा शिकोह लाइब्रेरी को मिली नई पहचान

कश्मीरी गेट पर अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के परिसर में स्थित दारा शिकोह की लाइब्रेरी वर्षों से जर्जर हालत में थी। इस लाइब्रेरी की छत और दीवारें रखरखाव की कमी के कारण जर्जर हो चुकी थी। यमुना नदी से बेहद नजदीक होने के कारण यहां हर समय सीलन की समस्या होती थी। दिल्ली सरकार द्वारा इस ऐतिहासिक महत्त्व के इमारत को प्राथमिकता देते हुए संरक्षित और पुनर्जीवित करने का काम किया गया है और जल्द ही यहां संग्रहालय की शुरुआत करने वाली है।

दिल्ली सरकार द्वारा कुदेसिया बाग को संरक्षित करने का काम भी किया गया है। सरकार ने यहां इमारतों के रखरखाव का तो काम किया ही है साथ ही यहां मौजूद बाग को भी एक नया स्वरूप दिया है। जिससे यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आकर्षित होंगे। दिल्ली सरकार द्वारा कुदेसिया बाग में भी एक संग्रहालय की शुरुआत की जाएगी।

मालचा महल और अजीमगंज सराय का भी बदलेगा स्वरुप

दिल्ली सरकार सुंदर नगर स्थित अजीमगंज सराय को भी संरक्षित करने के तहत उसके पुनर्विकास का काम करवा रही है। सराय के पुनर्विकास का कार्य 2 फेज में होना है। वर्तमान में पहले फेज का कार्य पूरा हो चुका है। सरकार एक अन्य ऐतिहासिक महत्त्व के इमारत मालचा महल के पुनर्विकास के कार्य को भी जल्द शुरू करने वाली है।

आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर तिरंगे की रौशनी में नहायेंगी ये ऐतिहासिक इमारतें

दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाली दिल्ली की कुछ प्रमुख ऐतिहासिक इमारतें आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर तिरंगे की रौशनी में जगमगायेंगी। सरकार इन जगहों पर 15 अगस्त तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी करेगी।

यह है वो इमारतें

बिरजी खान का मकबरा, आर.के.पुरम सेक्टर-3, बारादारी, कुदेसिया बाग, बारा लाओ का गुम्बद, वसंत उद्यान, गोल गुम्बद, लोदी रोड फ्लाईओवर, पेक का मकबरा औ मुकरबा चौक शामिल है।

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