
शिमला: खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि घुमारवीं-टिक्कर-सिल्ह वाया मरहोल-सोई-रोपड़ी सड़क (road) पर 5 करोड़ 70 लाख रूपये खर्च कर कायाकल्प किया जाएगा। इस सड़क (road) को बस चलाने योग्य बनाया जाएगा। सड़क की हालत सुधरने से जहां इस इलाके के लोगों को सड़क की बेहतर सुविधा मिलेगी, वहीं लोगों की पुरानी लंबित मांग भी पूरी होगी। इससे इस सड़क पर लोगों का सफर भी सुहाना होगा। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग गुरूवार को घुमारवीं में लोगों की समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही निपटान कर दिया तथा शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये।
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उन्होंने बताया कि 5 करोड़ 70 लाख रूपये से इस सड़क (road) की कटिंग, पुलियों का निर्माण व पक्का किया जाएगा, जिससे इस सड़क को बस चलाने के योग्य बनाया जाएगा तथा लगभग 6 किलोमीटर लंबी इस सड़क के बनने से हजारों लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क का निर्माण होने से मोरसिंघी व दाबला सहित अन्य पंचायतों के लोगों को घुमारवीं आने में लगभग 4 किलोमीटर दूरी कम होगी। यह सड़क घुमारवीं शहर में निकाले गये बाईपास रोड़ से जुड़ेगी इससे मोरसिंघी व दाबला सहित अन्य गांवों की ओर से अपने वाहनों से घुमारवीं में आने वाले लोग बाई पास से होकर सीधा सीर खड्ड पर बने पुल के समीप पहुंच सकेंगे। इससे घुमारवीं बाजार में भी वाहनों की भीड़ कम होगी।
गर्ग ने कहा कि घुमारवीं चुनाव क्षेत्र की 4 सड़कों को विधायक प्राथमिकता में डाला गया था, जिन्हें नावार्ड से स्वीकृति मिल गई है। इन सड़कों में लेठवीं-लंझता-बेला सड़क को अपग्रेड किया जाएगा, जबकि एनएच-103 से भगडवान, चोखणा-मुंडखर-ढलोह से हमीरपुर जिला की सीमा दख्योड़़ा सड़क के अलावा घुमारवीं-रोपडी-सिल्ह -मरहोल सड़क का सुधार किया जा रहा है। इन सड़कों का कायाकल्प करने के लिए नावार्ड से स्वीकृति मिल गई है तथा इन सड़कों का कायाकल्प होने से लोगों का सफर भी सुहाना होगा।
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