देश Featured

नशा उपलब्ध कराने वालों पर सरकार सख्त, छह माह में 400 मामले दर्जः सीएम

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने सोमवार को यहां 'नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग से उत्पन्न वैश्विक चुनौती और सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र पर इसके गंभीर परिणामों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बड़ी संख्या में युवा नशे की लत का शिकार हो रहे हैं, जिससे युवाओं के शारीरिक स्वास्थ्य और बौद्धिक क्षमताओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने नशे की बुराई के खिलाफ समाज में संवेदनशीलता, सतर्कता और जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने नशीली दवाओं के आदी लोगों के प्रभावी उपचार और पुनर्वास के लिए एक मजबूत बुनियादी ढांचा बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के आसपास नशीले पदार्थों की बिक्री प्रतिबंधित है। युवाओं को अवैध मादक पदार्थ उपलब्ध कराने के मामलों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले छह माह में अकेले शिमला जिला में 400 मामले दर्ज किये गये और 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।

पुनर्वास केंद्र के लिए 50 बीघा जमीन

CM ने कहा कि सरकार राज्य में दो नशामुक्ति सह पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की योजना बना रही है। इनमें से एक केंद्र के निर्माण के लिए शिमला के पास 50 बीघा जमीन चिन्हित की गई है। दोनों केंद्रों की स्थापना के लिए सरकार द्वारा पर्याप्त धनराशि आवंटित की जाएगी। नशे के खिलाफ लड़ाई में जनता से सहयोग का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को नशे के सौदागरों के बारे में पुलिस को जानकारी देनी चाहिए, ताकि उन्हें समय पर पकड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि समाज से नशे को जड़ से उखाड़ने में स्वयंसेवी संस्थाएं अहम भूमिका निभा सकती हैं। ये भी पढ़ें..Himachal Flash Flood: हमीरपुर में बादल फटा, भूस्खलन से तीन की...

सीएम ने संस्थानों को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने राज्य में नशे के खिलाफ लड़ाई में सराहनीय कार्य के लिए विभिन्न संस्थानों और विभागों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में कांगड़ा, मंडी और ऊना जिलों के उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। इसी प्रकार, राज्य कर एवं उत्पाद शुल्क विभाग के आयुक्त, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज निदेशक, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक और उच्च शिक्षा निदेशक को भी नशे के खिलाफ शुरू किए गए अभियान में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। गैर सरकारी संगठनों में गुंजन संस्था धर्मशाला, मानव कल्याण समिति चौपाल और जिला रेड क्रॉस सोसायटी कुल्लू को नशा मुक्ति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)