Himachal Elections: भाजपा या कांग्रेस कौन बदलेगा 37 साल पुराना रिवाज ? पार्टियों ने झोंकी ताकत

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शिमलाः हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर इस बार रिवाज को बदलने की परंपरा सभी की नजरें टिकी है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इस बार यह चुनाव हिमाचल के दो पूर्व मुख्यमंत्रीयों वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल के बिना होगा। ये दोनों बडें नेता आज तक अपनी सरकारें को फिर से रिपीट करवाने में सफल नहीं हुए हैं। भाजपा इस बार मोदी मैजिक के सहारे रिवाज बदलने की बात कर रही है और देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर फिर से सत्ता में आने का दम भर रही है।

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1985 से हिमचाल में नहीं रिपीट हुई सरकार

दरअसल, साल 1985 से हिमाचल में किसी भी पार्टी ने सरकार रिपीट नहीं की है। यूं कह सकते हैं कि जनता जनार्धन भाजपा हो या कांग्रेस किसी को भी सत्ता में रिपीट नहीं करने देती। 1985 में 52 सीटों के साथ कांग्रेस सत्ता में आई थी। 1990 में भाजपा ने 46 सीट जीतकर सरकार बनाई थी। उसी तरह 1993 में कांग्रेस, 1998 में भाजपा, 2003 में कांग्रेस, 2007 में प्रेम कुमार धूमल ने भाजपा की वापसी कराई थी। उसी तरह 2012 में कांग्रेस और फिर 2017 में भाजपा धूमल के चेहरे पर चुनाव जीता।

37 का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए मोदी मैजिक का सहारा

इस बार विधानसभा चुनाव में 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने के लिए भाजपा ने हालांकि मोदी मैजिक का सहारा लिया है लेकिन, एक और बात है जो हिमाचल में भाजपा की सत्ता में वापसी करा सकती है। इस बार भाजपा ने दिग्गजों के टिकट काटकर बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश की है। भाजपा ने एक मंत्री समेत 11 सिटिंग विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया है। भाजपा का इस पर हालांकि तर्क है कि ग्राउंड पर नेताओं के काम के आधार पर टिकट का आवंटन किया गया है।

कल होगा मतदान

2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के दिग्गजों को चुनाव में करारी हार झेलनी पड़ी थी। पिछले चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज कैबिनेट मंत्रियों को हार झेलनी पड़ी थी। जिसमें कौल सिंह ठाकुर, जीएस बाली, सुधीर सिंह बाली, ठाकर सिंह बरमौरी शामिल हैं। वहीं, भाजपा की ओर से प्रेम कुमार धूमल, जिनके चेहरे पर भाजपा ने चुनाव लड़ा, अपनी सीट हार गए। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। प्रदेश की 68 सदस्सीय विधानसभा के लिए 12 नवम्बर शनिवार को मतदान होगा और मतगणना आठ दिसम्बर को होगी।

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