Home दुनिया बाइडेन की चेतावनी के बाद भी अमेरिकी सेना को निशाना बनाने की...

बाइडेन की चेतावनी के बाद भी अमेरिकी सेना को निशाना बनाने की तैयारी में हिजबुल्लाह, दी ये धमकी

target-us-forces-even-after-biden-warning

बगदादः इराकी शिया मिलिशिया कताइब हिजबुल्लाह (Iraqi Shia militia Kata’ib Hezbollah) ने धमकी दी है कि अगर इजरायल इराक पर हमला करता है तो वह देश में मौजूद अमेरिकी सेना (US Army) पर हमला करेगा। ईरान समर्थित शिया मिलिशिया के सुरक्षा नेता अबू अली अल-असकर ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इराकी हवाई क्षेत्र में अमेरिका और इजरायल की गतिविधियों में वृद्धि देखी जा रही है। इससे ‘इराक के खिलाफ ज़ायोनी (इजरायली) हमले की संभावना’ का संकेत मिलता है।

खुले शब्दों में अमेरिका को चेतावनी

बयान में कहा गया है, “कताइब हिजबुल्लाह अपनी चेतावनी दोहराता है कि उसका जवाब केवल इजरायल तक सीमित नहीं होगा, बल्कि इसमें अमेरिका की पूरी मौजूदगी शामिल होगी।” कताइब हिजबुल्लाह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजरायल और लेबनान के बीच संघर्ष के कारण पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है। इजरायल लगातार लेबनान में हवाई हमले कर रहा है। उसका दावा है कि वह ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह को निशाना बना रहा है।

दोनों तरफ से लगातार हो रहे हमले

इजरायल के हमलों में अब तक 600 से अधिक लेबनानी मारे जा चुके हैं। इस बीच, हिजबुल्लाह ने भी जवाबी कार्रवाई की है और इजरायली इलाकों में रॉकेट दागे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-अस्कर ने ‘इराक इस्लामिक रेजिस्टेंस’ (एक शिया मिलिशिया समूह) से अपने ऑपरेशन की संख्या और पैमाने को बढ़ाने की अपील की है।

हालांकि, इसने यह नहीं बताया कि किन ठिकानों पर हमला किया गया और न ही किसी के हताहत होने की सूचना दी। 7 अक्टूबर, 2023 को गाजा में इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष की शुरुआत के बाद से, ‘इराक इस्लामिक रेजिस्टेंस’ ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में इजरायल और अमेरिकी ठिकानों पर कई हमले किए हैं।

अमेरिका और उसके सहयोगियों ने की युद्धविराम की अपील

इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच अमेरिका और उसके सहयोगियों ने 21 दिन के संघर्ष विराम का आह्वान किया है। इजराइली हमलों के कारण लेबनान में 600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। यह अपील बुधवार को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और कतर ने की। संयुक्त बयान के अनुसार, “8 अक्टूबर, 2023 से लेबनान और इजराइल के बीच की स्थिति असहनीय है और इसने व्यापक क्षेत्रीय तनाव का जोखिम पैदा कर दिया है। यह किसी के हित में नहीं है, न ही इजराइल के लोगों के और न ही लेबनान के।”

यह भी पढ़ेंः-दुर्गा पूजा करनी है तो 5 लाख दो वरना… त्योहारों से पहले बांग्लादेश में हिंदूओं को मिल रही धमकियां

सहयोगियों ने कही ये बात

सहयोगियों ने जोर देकर कहा कि निरंतर संघर्ष के बीच कूटनीति सफल नहीं हो सकती। बयान में कहा गया, “यह एक कूटनीतिक समझौते पर पहुंचने का समय है जो सीमा के दोनों ओर के नागरिकों के सुरक्षित रूप से अपने घरों में लौटने का मार्ग प्रशस्त कर सके।”

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version