हिम्मत है तो घोटाले के कागज दिखाओ… राजनीति से ले लूंगा संन्यास, आरोपों पर बोले हेमंत सोरेन

23

Hemant Soren in Raj Bhavan: झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्य विधानसभा में राजभवन और केंद्र सरकार की एजेंसियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी की रात मेरी गिरफ्तारी लोकतंत्र का काला अध्याय है। यह एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है और इस साजिश में राजभवन भी शामिल है।

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा सदन में पेश किए विश्वास मत प्रस्ताव पर बहस के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि इन्होंने मुझे साढ़े 8 एकड़ जमीन के घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है, लेकिन मैं चुनौती देता हूं कि अगर ये इससे जुड़ा एक भी कागज ये पेश कर दें, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।

हेमंत सोरेन ने सरकार पर बोला हमला

बिना किसी का नाम लिए हेमंत ने कहा कि ये लोग वर्षों से आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रहे हैं और 31 जनवरी को मेरी गिरफ्तारी भी ऐसे ही अत्याचारों का हिस्सा है। ये लोग चाहते हैं कि आदिवासी 50-100 साल पहले की तरह जंगलों में जाकर रहें।

उन्होंने कहा कि ये लोग भले ही मुझे जेल में डाल दें, लेकिन हम हार मानने वाले नहीं हैं। वे नहीं जानते कि यह झारखंड है और यहां के अनगिनत आदिवासियों ने हमेशा शोषण और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। ये वो लोग हैं जो हमारे खिलाफ साजिश रच रहे हैं, जिन्होंने आज तक गांधी टोपी नहीं पहनी है।

यह भी पढ़ें-Jharkhand: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के मामले में हाईकोर्ट ने ईडी से मांगा जवाब

समय आने पर दूंगा सभी सवाल का जवाब-हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन ने कहा, ”मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, क्योंकि आपके लिए आंसुओं की कोई कीमत नहीं है। समय आने पर मैं उनके हर सवाल और साजिश का करारा जवाब दूंगा।” ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि वे कभी नहीं चाहते कि कोई आदिवासी झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा करे। मेरी बात छोड़िए, उन्होंने अपनी पार्टी में भी किसी आदिवासी मुख्यमंत्री को पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)