गांव-गांव जाकर मिट्टी-पानी की जांच करेंगे एचएयू के वैज्ञानिक, किसानों को होगा फायदा

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हिसारः हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के वैज्ञानिक खुद किसानों के पास जाकर उनके खेत की मिट्टी-पानी की जांच करेंगे। अब मिट्टी-पानी जांच के लिए हिसार स्थित लैब के अलावा यह सुविधा नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से किसानों को उपलब्ध हो पाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर कम्बोज ने शनिवार को मोबाइल डाइगनोस्टिक कम एक्जीबीशन यूनिट (मिट्टी-पानी जांच एवं प्रदर्शनी वाहन) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कुलपति ने कहा कि किसानों को मिट्टी-पानी जांच व अन्य तकनीकों के प्रति अधिक से अधिक जागरूक करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसान हित में यह फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि बिना खेत की मिट्टी-पानी जांच के किसान फसलों व अन्य बागवानी फसलों में आवश्यकतानुसार उचित खाद-पानी नहीं दे पाते जिसके चलते उन्हें फसलों से उचित पैदावार हासिल नहीं हो पाती।

विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. रामनिवास ढांडा ने बताया कि विश्वविद्यालय के सभी कृषि विज्ञान केंद्रों पर इस वैन के कार्यक्रम तय किए गए हैं जिसके तहत यह वैन विज्ञान केंद्रों पर जाएगी और आसपास के क्षेत्रों के किसानों के खतों की मिट्टी पानी की जांच करेगी।

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सह-निदेशक (विस्तार) डॉ. कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस वैन का सबसे पहला कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र सदलपुर, हिसार में रखा गया है। इसके बाद प्रदेशभर में प्रत्येक जिले में स्थित विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों को सुविधा प्रदान करेगी। इसके लिए सभी विज्ञान केंद्रों के इंचार्जों की ड्यूटियां लगाई गई हैं।