यमुनानगरः हरियाणा (Haryana) के ग्रामीण इलाकों में बिक रही जहरीली शराब ने एक बार फिर जमकर कहर बरपाया है। यमुनानगर के फरकपुर थाने के गांव मंडेबरी और पंजेटो में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोगों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामले की लीपापोती कर पांच मृतकों का बिना पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार करा दिया।
मरने वालों में चार मंडेबरी और दो पंजेटा के माजरा गांव के रहने वाले थे। परिजनों के विरोध के कारण एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार नहीं हो सका। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को यमुनानगर के दौरे पर थे, जिसके चलते सभी पुलिस अधिकारी वीआईपी ड्यूटी में लगे रहे और इस मामले में किसी ने कुछ नहीं कहा।
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जहरीली शराब पीने से दो हालत गंभीर
जानकारी के मुताबिक, इन सभी लोगों ने मंगलवार की रात गांव में ही अवैध रूप से बेची जा रही शराब खरीदकर पी थी। शराब बेचने वाले शख्स ने भी इन लोगों के साथ शराब पी, जिसके बाद उन्हें उल्टी होने लगी और कुछ घंटों के बाद उन सभी की मौत हो गई। मरने वालों में मंडेबरी गांव के सुरेश कुमार (45), विशाल (27), सोनू (27) और सुरेंद्र तथा पंजेटा के माजरा गांव के स्वर्ण सिंह और मेहरचंद (70) शामिल हैं। दो लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
घटना की सूचना पुलिस को दिए बिना बुधवार सुबह सुरेश, सोनू, सुरेंद्र, स्वर्ण सिंह और मेहरचंद का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इन पांचों का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया, इसलिए मौत का कारण जहरीली शराब थी, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। जान गंवाने वाले छठे शख्स विशाल का अंतिम संस्कार नहीं किया गया। मृतक स्वर्ण सिंह के बेटे सोनू ने बताया कि उनके पिता की मौत जहरीली शराब के कारण हुई है। उसके पिता ने गांव के पास एक दुकान से शराब खरीदी थी। सोनू ने बताया कि उनके पिता परिवार में एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति थे।
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