Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की राजनीतिक सरगर्मियों के बीच भाजपा नेता और पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त (yogeshwar dutt) ने साथी पहलवान और कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगट पर अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है। दत्त ने कहा कि देश में ऐसा माहौल बना दिया गया है जैसे PM मोदी ने वजन तौलने वाली मशीन पर पैर रखकर उनका वजन बढ़ा दिया हो।
अपनी गलती मान लेते तो बढ़ जाता कद
योगेश्वर दत्त ने कहा कि वह पदक जीतने में इसलिए असफल रहीं क्योंकि उनका वजन थोड़ा अधिक था। उन्होंने सुझाव दिया कि फोगट द्वारा अपने वजन को बनाए रखने में असमर्थता के बारे में ईमानदारी से स्वीकार करने से भारतीयों के बीच उनका सम्मान बढ़ सकता था। योगेश्वर दत्त ने कहा, “विनेश फोगाट देश की महान पहलवान हैं। मैंने कहा था कि ओलंपिक में 100 ग्राम से 50 किलो अधिक वजन होना विनेश की अपनी गलती थी और उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए थी। अगर विनेश आगे आकर देशवासियों को बतातीं कि वह अपना वजन बरकरार नहीं रख सकतीं तो उनका कद काफी बढ़ जाता।”
दत्त ने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर आगे बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि फोगाट के इस कृत्य से न सिर्फ उनकी छवि पर बल्कि देश की प्रतिष्ठा पर भी नकारात्मक असर पड़ा है। दत्त ने कहा कि, ‘यह विनेश की गलती थी लेकिन इसे इस तरह से दिखाया गया कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है। इसमें भारत सरकार शामिल है, पीएम मोदी शामिल हैं। पूरी दुनिया में यह हंसी का पात्र बन गया। वजन चाहे कोई भी हो, उसे पूरा वजन दिखाना होता है। ये बातें सभी जानते हैं। यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पहलवानों को अयोग्य घोषित किया गया है।
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पूरी दुनिया को दिया गलत संदेश
इसके अलावा दत्त ने खिलाड़ियों को अपनी कमियों को स्वीकार करने के महत्व पर जोर देते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भ्रामक संदेश देने के लिए फोगाट की आलोचना की। उन्होंने कहा कि, ‘विनेश फोगाट ने पूरी दुनिया को गलत संदेश दिया। सभी खिलाड़ियों को पदक जीतने की उम्मीद होती है। अगर खिलाड़ी ऐसा नहीं कर पाते हैं तो वे देशवासियों से माफी मांगते हैं कि मैं पदक नहीं जीत पाया, इससे सम्मान और भी बढ़ जाता है।’
कांग्रेस में शामिल होने पर क्या योगेश ने क्या कुछ कहा-
विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने के फैसले पर दत्त ने कहा, ‘किसी भी खिलाड़ी के लिए यह व्यक्तिगत मामला होता है कि वह किस पार्टी में शामिल होता है। हम भी भाजपा में शामिल हुए थे। इसलिए यह उसका व्यक्तिगत फैसला है।’ उन्होंने जंतर-मंतर पर फोगाट के विरोध प्रदर्शन को लेकर विवाद को स्वीकार किया और सुझाव दिया कि जिसके साथ भी अन्याय हुआ है, उसे न्याय मिलना चाहिए। इस तरह उन्होंने अपने राजनीतिक जुड़ाव को निष्पक्ष खेल के अपने विचारों से अलग कर दिया।