गुवाहाटी: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि बीते पांच वर्षों के भाजपा सरकार के शासनकाल में असम में आपसी भाईचारा एवं सौहार्द की भावना को ठेस पहुंचा है।
उन्होंने गुरुवार को असम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लाकर असम की प्राचीन कला, संस्कृति, आपसी एकता और विश्वास के साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द को ठेस पहुंचाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा सर्वानंद सोनोवाल ने जिस प्रकार विकास के नाम पर वोट लेकर लोगों को छला है उसे असम की जनता कभी माफ नहीं करेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा असम की विकास योजनाओं को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं की गई थीं। लेकिन, घोषणाएं बिल्कुल खोखला साबित हुई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीते चुनाव में असम की जनता से किए गए वादों के 10 बिंदुओं पर फिर से सवाल खड़े किए।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री के असम आगमन के दौरान हर बार कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री से 10 सवाल करते हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री कभी इन सवालों के जवाब देने की बात तो दूर उनका जिक्र करना भी आवश्यक नहीं समझते हैं। इस बार भी सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री से माजुली के विकास, ब्रह्मपुत्र के दोनों तरफ 40 हजार करोड़ रुपए की लागत से 13 सौ किलोमीटर एक्सप्रेस हाईवे निर्माण संबंधी केंद्रीय भूतल, जल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा राज्यसभा में 08 फरवरी को इस संदर्भ में दिए गए बयान को लेकर स्पष्टीकरण मांगा।
इनके अलावा सीएए, असम के पहचान पर संकट, केंद्रीय एवं राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन नहीं होने, महिलाओं, किसानों, जल जीवन मिशन, ग्रामीण विकास, एम्स की स्थापना, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर निर्माण, उच्च शिक्षा, शिशु व महिलाओं आदि से संबंधित कई सवाल पूछे। इस मौके पर प्रो. गौरव वल्लभ, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की महासचिव तथा मीडिया डिपार्टमेंट की अध्यक्ष बबीता शर्मा, अभय दुबे भी मौजूद थे।