दादा-दादी की अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार गये युवक की डूबने से मौत

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भीलवाड़ाः राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में आसींद तहसील के रतनपुरा के युवक की मंगलवार सुबह पुष्कर में डूबने से मौत हो गयी। युवक अपने परिजनों के साथ दादा दादी की अस्थियों को पुष्कर में विसर्जित करने पहुंचा था। आज सुबह पुष्कर घाट पर उसकी डूबने से मौत हो गयी। मौत की सूचना पर उसके पैतृक गांव में कोहराम मच गया है। पुलिस मित्र टीम, सिविल डिफेंस और स्थानीय गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद युवक के शव को निकाला है।

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स्नान के दौरान हुआ हादसा

रतनपुरा निवासी कैलाश चंद शर्मा अपने परिजनों के साथ अपने माता-पिता की अस्थियां लेकर हरिद्वार से पुष्कर पहुंचा था। आज सुबह घाट पर स्नान करते वक्त उसका पुत्र शांतिलाल शर्मा उम्र 30 वर्ष अचानक सरोवर में डूब गया। युवक को डूबता देख परिजन चिलाने लग गए। मौके पर मौजूद गोताखोर मोहन मुखिया, रामावतार पाराशर, पूनमचंद पाराशर, किशन पाराशर व तीर्थ पुरोहित तुरंत दौड़े, लेकिन तब तक युवक पानी मे डूब गया। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक का शव निकाला।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

इस दौरान युवक के डूबते ही परिजनों के रो रो के हाल बुरा हो गए और कोहराम मच गया। युवक का शव देखकर उसके पिता और बहन बेहोश हो गए। जिन्हें स्थानीय तीर्थ पुरोहितों ने काफी मुश्किल से संभाला। पुलिस मित्र के सावरा शर्मा ने युवक के शव को निकाला। तीर्थ पुरोहित पूनमचंद पाराशर ने बताया कि मैं युवक के परिजनों और मृतक युवक को पूजा-अर्चना करवा रहा था। उसी दौरान मृतक युवक शांतिलाल मना करने के बावजूद भी गहरे पानी की तरफ चला गया। जब उसको मना किया तो उसने कहा मुझे तैरना आता है लेकिन वह तैरना नहीं जानता था। गहरे पानी में चला गया वह डूब गया।

गौरतलब है कि कैलाश चंद शर्मा की माता का एक वर्ष पूर्व निधन हो गया था। कोरोना महामारी के कारण अस्थियां विसर्जन नहीं कर पाए। इसी दौरान उनके पिताजी का भी निधन हो गया और कैलाश चंद अपने माता-पिता दोनों की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जन करके पुष्कर अस्थियां लेकर आया था। कैलाश के साथ उसकी बहन , छोटा भाई, भतीजा और मृतक शांतिलाल भी साथ में था। पुष्कर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द कर उनको वाहन से अपने पैतृक गांव रवाना कराया है। गांव में सूचना मिलने पर कोहराम मच गया है।

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