अहमदाबादः नमाज पढ़ने की जगह को लेकर हुए विवाद में अफगानी छात्र से मारपीट की घटना के बाद गुजरात यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अहम फैसला लिया है। विश्वविद्यालय के विदेशी छात्रों के लिए अनिवासी भारतीय (एनआरआई) छात्रावास में रहने की व्यवस्था की जाएगी।
हर साल बड़ी संख्या में विदेशी छात्र भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के तहत अध्ययन करने के लिए गुजरात विश्वविद्यालय में आते हैं। इन सभी छात्रों को सामान्य छात्रों के छात्रावासों में ही आवास उपलब्ध कराया जाता है। हालांकि यूनिवर्सिटी ने एक एनआरआई हॉस्टल भी बनाया है, लेकिन फायर एनओसी समेत कुछ अन्य काम बाकी होने के कारण इसे आवंटित नहीं किया जा सका है।
लागू किए गए सख्त नियम
अफगानी छात्र से मारपीट की घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन समेत राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। तुरंत कई उपाय किये गये। वहीं, यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों में सख्त नियम लागू किए गए हैं, ताकि आम लोगों की अंधाधुंध आवाजाही को रोका जा सके। विदेशी छात्रों के लिए सुविधाओं को लेकर पहले भी मांग की गई है लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया है। घटना के बाद गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने उच्च स्तरीय बैठक की और कई अहम आदेश जारी किये। इसके बाद पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आ गया है।
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एनआरआई हॉस्टल देने का निर्णय
जानकारी के मुताबिक, विदेशी छात्रों के लिए तुरंत अलग व्यवस्था करने का काम शुरू कर दिया गया है। विश्वविद्यालय ने एनआरआई हॉस्टल को अपडेट कर तीन दिन के अंदर सभी विदेशी छात्रों को एनआरआई हॉस्टल जी-9 उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा गुजरात यूनिवर्सिटी में अशोक चावड़ा को एनआरआई हॉस्टल का वार्डन और डॉ. कपिल कुमार को को-ऑर्डिनेटर का कार्यभार सौंपा गया है। यूनिवर्सिटी इस्टेट ऑफिसर का भी तबादला कर दिया गया है। गजेंद्र पटेल को प्रभारी संपदा अधिकारी नियुक्त किया गया है। गुजरात विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्र सलाहकार समिति के गठन की भी घोषणा की है।
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