Monday, March 31, 2025
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राज्यपाल ने कोरोना वैक्सीन को बताया संजीवनी बूटी, कहा- युवा खुद आएं आगे

दुर्ग: कोरोना वैक्सीन जीवन के लिए संजीवनी बूटी बन गया है। विश्व के सबसे युवा देश के युवा वर्ग को आगे आकर स्वविवेक से वैक्सीन लगाना चाहिए। उपरोक्त बातें प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने बुधवार को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा कोरोना संक्रमण रोकथाम संबंधित ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम ” कोरोना से डरो ना – वैक्सीन है ना ” वर्चुअल आयोजन के दौरान कहीं।

उनके द्वारा वैक्सीन लगाने संबंधित स्वरचित स्लोगन भी जारी किया गया जो इस प्रकार है- “कोरोना से डरो नहीं लड़ो, वैक्सीन लगाओ जान बचाओ”। विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय में अध्ययनरत दो लाख विद्यार्थियों को केंद्र सरकार के कोराना प्रोटोकॉल से संबंधित संदेश देने के लिए आज ही पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से कोरोना से सुरक्षा बचाव एवं टीकाकरण के संदेशों को भेजते हुए राज्यपाल द्वारा पोर्टल का शुभारंभ किया गया।

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कोरोना जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में उनके द्वारा उच्च शिक्षा संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थी वर्ग के लिए कोरोना के जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए विचार रखे थे। जिस पर अमल करते हुए राज्यपाल ने राज्य के सभी निजी एवं शासकीय विश्वविद्यालयों को पत्र भेजा गया था। इस पत्र पर सबसे पहले हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के द्वारा अमल करते हुए तत्काल कोरोनावायरस वैक्सीन है ना जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके लिए मैं विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पलटा एवं उनकी पूरी टीम को बधाई देती हूं।

देश में कोरोना वायरस का संक्रमण भयावह स्थिति में है । पूर्व में वैक्सीन को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न की गई थी और जिनके द्वारा यह स्थिति उत्पन्न की गई उसके कारण कई परिवार आज परेशानी में हैं। कोरोना कि दोनों ही वैक्सीन देश के लिए संजीवनी बूटी बन गई है । यह मानवीय जीवन के लिए उपयोगी है। विश्वविद्यालय के पोर्टल के माध्यम से आज अध्ययनरत दो लाख विद्यार्थियों को कोरोनावायरस से बचाव एवं सुरक्षा के केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए प्रोटोकॉल का संदेश भी दिया जा रहा है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपील की कि वे इन प्रोटोकॉल गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने एवं अपने परिवार के साथ साथ पड़ोसियों एवं संपर्क के लोगों को भी यह संदेश भेजकर कोरोना से बचाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।

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