पंजाब

सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर, जमीन पर बैठकर चलाई ओपीडी

चंडीगढ़: पंजाब में सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर हैं। एक सप्ताह की हड़ताल का आज चौथा दिन है। सरकारी डॉक्टरों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर उनका एनपीए बहाल न किया गया तो डॉक्टर सामूहिक त्यागपत्र देंगे। सरकारी एलोपैथी डॉक्टरों के समर्थन में वेटनरी और अन्य डॉक्टर भी साथ थे।

एनपीए और वेतन आयोग की रिपोर्ट को लेकर सरकारी डॉक्टर चार दिन से आंदोलन पर हैं। हालांकि ओपीडी सेवाएं बंद हैं। लेकिन डॉक्टरों ने राज्य में कुछ स्थानों पर रोष रखते हुए जमीन पर बैठकर ओपीडी चलाई।

जालंधर में भी डॉक्टरों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ ने सरकार खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष मार्च निकाला। पीसीएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी ठप रखी। इसके चलते सिविल अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीजों को परेशान होना पड़ा।

डॉक्टरों ने कुछ स्थानों पर स्थानीय विधायकों के जरिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपे। डॉक्टरों ने कोरोना के गंभीर काल में अपनी सेवाओं को भी याद करवाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी ड्यूटी से भी अधिक कार्य किया था। डॉक्टरों का आरोप था कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस के नेता और वर्तमान वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने उन्हें मांगों और समस्याओं निदान का आश्वासन दिया था।