बेगूसरायः प्रखर राष्ट्रवादी विचारधारा से ओतप्रोत गिरिराज सिंह के 2019 में बेगूसराय लोकसभा चुनाव क्षेत्र से रिकार्ड मतों से चुनाव जीतने के बाद लोगों ने जो उम्मीद की थी, उस पर गिरिराज सिंह ने ना केवल पानी फेर दिया, बल्कि बेगूसराय संसदीय क्षेत्र के इतिहास में भी एक नई गाथा लिख दी। चुनाव जीतने के बाद कुछ लोगों को लगा था कि दूसरे जिला के रहने वाले वाले हमारे सांसद तो बन गए, अब इनका दर्शन मुश्किल हो जाएगा।
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गिरिराज सिंह बेगूसराय के पहले ऐसे सांसद हैं जो ग्रामीण विकास और पंचायती राज जैसे महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्रालय के मुख्यालय के कर्तव्यों का पालन, सदन, देश के विभिन्न हिस्सों में विभागीय कार्य तथा प्रधानमंत्री के द्वारा दिए गए दायित्व का निर्वहन करने के साथ-साथ प्रत्येक महीना चार से पांच दिन बेगूसराय में रहते हैं। अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में पार्टी और प्रशासनिक कार्यक्रम के अलावा निजी तरीके से भी लोगों से मिलते हैं। किसी भी कार्यकर्ता के सुख-दुख की जानकारी पाकर वहां पहुंचते हैं, गेस्ट हाउस में सभी लोगों की समस्या सुनते हैं।
शुक्रवार को गिरिराज सिंह ने आईओसी के बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप स्थित गेस्ट हाउस में जनसंवाद कर लोगों की समस्याएं सुनी तथा समाधान के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से बातकर आवश्यक निर्देश दिया। मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने विभिन्न विभागों की शिकायत, सहायता एवं चिकित्सा मदद के लिए आवेदन दिया है, जिसमें गिरिराज सिंह ने सभी को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस संबंध में गिरिराज सिंह का कहना है कि मैं मंत्री बाद में, पहले सामान्य कार्यकर्ता हूं।
उन्होंने कहा कि पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मिले दायित्व और कर्तव्य को पूरा करने की हर संभव कोशिश करता है। जन्मभूमि मेरा भले बड़हिया है, लेकिन पालन पोषण से लेकर कर्मभूमि तक बेगूसराय रहा। लोकसभा चुनाव बेगूसराय के आम जनमानस में जीत में चार लाख से अधिक के अंतर का जो विश्वास जताया, वह विश्वास बरबस बेगूसराय खींच लाता है।
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