Giridih: पुलिस हिरासत में दलित की मौत, ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप

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रांची: गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाने में पूछताछ के लिए लाये गये नागो पासी नाम के शख्स की पुलिस हिरासत में मौत (custodial death Giridih) हो गयी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है। वे बेंगाबाद थाने के पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उधर, पुलिस का कहना है कि नागो पासी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।

सोमवार की सुबह नागो पासी की मौत की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग थाने के पास जमा हो गये। शव के साथ प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। मृतक नागो पासी दलित समुदाय से थे। बताया गया कि रविवार को छाताबाद गांव में 80 वर्षीय महिला अनपी देवी की किसी ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। उसका शव गांव के एक स्कूल के पास मिला। पुलिस इस मामले में पूछताछ के लिए वृद्धा के बेटे नागो पासी को थाने ले आई। नागो के परिजनों का कहना है कि रविवार शाम जब वे थाने पहुंचे तो उन्हें उससे मिलने नहीं दिया गया। सोमवार की सुबह जब वे दोबारा थाने गये तो उनकी मौत (custodial death Giridih) की जानकारी दी गयी।

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परिजनों का आरोप है कि थाने में बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी हत्या (custodial death Giridih) कर दी गयी। पुलिस खुद को निर्दोष बताने के लिए बीमारी से मौत का बहाना बना रही है। इसकी उच्चस्तरीय जांच करायी जाये और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो। वहीं पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान नागो पासी को दिल का दौरा पड़ा और उसे गिरिडीह सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत (custodial death Giridih) हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद गिरिडीह सदर अस्पताल परिसर में ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी है। लोग थाने का घेराव करने की तैयारी कर रहे हैं। लोगों के आक्रोश को देखते हुए बेंगाबाद थाने में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है।

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