Home उत्तर प्रदेश दोनों हाथों से हथियार चलाने वाला गिरधारी जरायम की दुनिया में ‘डाॅक्टर’...

दोनों हाथों से हथियार चलाने वाला गिरधारी जरायम की दुनिया में ‘डाॅक्टर’ के नाम से था मशहूर

लखनऊः पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपित शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। मारा गया बदमाश गिरधारी अपराध की दुनिया में डॉक्टर के नाम से मशहूर था। डॉक्टर उसे इसलिए भी कहा जाता था कि उसे यह पता था कि शरीर के किस हिस्से में गोली मारने के बाद युवक तुरंत मर जायेगा। वह उसी हिस्से में गोली मारता था। उसे दोनों हाथ से गोली चलाने में महारत हासिल थी। गिरधारी 19 साल से ज्यादा समय से जरायम की दुनिया में सक्रिय था। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक गिरधारी उर्फ डॉक्टर को राजनीति से जुड़े लोगों की हत्या के लिए सुपारी मिलती थी। उसने वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर, मऊ और लखनऊ में अभी तक जितनी भी हत्याएं की है वह सब कहीं न कहीं से राजनीति से जुड़े लोग थे।

हत्याओं की बात की जाये तो वर्ष 2021 में लखनऊ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्या, वर्ष 2019 में वाराणसी में नीतेश सिंह की हत्या, वर्ष 2013 में बसपा विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू की हत्या, वर्ष 2011 में आजमगढ़ के जीयनपुर में डमरू सिंह की हत्या, वर्ष 2010 में मऊ जनपद के कोतवाली क्षेत्र निवासी सुनील सिंह की हत्या की थी। इसके बाद वर्ष 2008 में मऊ के घोसी में नंदू सिंह की हत्या और वर्ष 2005 जौनपुर जनपद के रहने वाले चेयरमैन के भाई विजय गुप्ता की हत्या की थी। 2001 में इस पर पहला केस चोरी का था।

यह भी पढ़ें-  मुनाफे का सौदा है ड्रैगन फ्रूट की खेती, बन सकता है…

इसके बाद 19 साल के अंदर इस पर 21 मुकदमे हुए हैं। 2016 से यह जेल से बाहर था। दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी समेत 12 जनपदों के थानों में दर्ज अपराध रिकार्ड में भले ही उसका असली नाम गिरधारी विश्वकर्मा दर्ज हो। लेकिन जरायम की दुनिया में लोग उसे डॉक्टर के नाम से ही जानते थे। इसके अलावा उसे लोग गिरधारी लोहार, डॉक्टर, टग्गर, डीएम, रॉबिनहुड के नाम से पुकारते थे। वर्ष 2005 में जौनपुर जनपद के केराकत इलाके में एक हत्या के बाद गिरधारी ने दोनों हाथ से हथियार चलाने वाले शार्प शूटर के तौर पर अपनी एक अलग पहचान बना ली। वर्ष 2010 में गिरधारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ था। इसके बाद 2019 में नितेश की हत्या हुई तो उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित हुआ था।

Exit mobile version