लखनऊः अदरक किसानों के लिए यह अच्छा समय है। इन दिनों वह किसान काफी खुश हैं, जिनके खेतों में अदरक बोई हुई है। कई सालों बाद मोटा मुनाफा कमाने का मौका आया है। इन दिनों 280 रूपए किलो बिकने वाला अदरक एक माह पहले 30 से 35 रूपए में एक पाव मिल रहा था।
शहर में गर्मी के सीजन में अदरक पर हर साल महंगाई का रंग चढ़ जाता है। इस मौसम में किसानों को महंगी सिंचाई के अलावा पौधों के सूखने से नुकसान भी उठाना पड़ता था, साथ ही इन दिनों अदरक की मांग भी ज्यादा रहती है। कारोबारी इस बात को लेकर मायूस हैं कि उनको अदरक का व्यापार करने का अवसर नहीं मिल पा रहा है।
मांग बढ़ने से बढ़े दाम –
माना जा रहा है कि अदरक में आवक की कमी के चलते इसकी कीमतों में जबरदस्त तेजी आ गई है। एक पखवाड़े में ही अदरक करीब 100 रुपए किलो और ज्यादा पहुंच गया। सामान्य दिनों में यह 150 रूपए किलो से ऊपर नहीं पहंुचता था, लेकिन अबकी बार यह 300 रूपए प्रति किलो के करीब पहुंच गया है। सब्जी कारोबारी उपेंद्र साहू एवं गुड्डन साहू बल्दीखेड़ा में सरकारी चबूतरे पर व्यवसाय करते हैं। इनका कहना है कि अदरक की आवक काफी कम होने से कीमतों में तेजी बनी हुई है। काफी दिनों बाद सहालग के दिन भी लौटे हैं। इससे अदरक की मांग बढ़ी है। आवक कम होने और मांग ज्यादा होने के कारण यह महंगा हो रहा है। दूसरा कारण यह है कि लगातार मौसम खराब होने का असर भी अदरक पर पड़ा है। खराब मौसम अदरक के उत्पादन पर प्रभाव डालता है।
ये भी पढ़ें..बलिया : JNCU के नवनियुक्त कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने ग्रहण किया…
सब्जियों के दाम भी बढ़ेंगे –
गुड्डन ने बताया कि यह केवल अदरक ही नहीं, आने वाले दिनों में कई और खाने की वस्तुएं महंगी हो जाएंगी। उन्होंने आलू को लेकर कहा कि इसमें भी आने वाले समय में दस रूपए प्रति किलो की वृद्धि हो सकती है। एक सप्ताह में ही आलू करीब पांच रूपए किलो महंगा हो सकता है। बारिश के आने वाले दिनों में आवागमन भी बाधित रहता है। इसका सीधा असर व्यापार पर पडता है। अब कई खाद्य वस्तुएं वहां भेजी जा रही हैं, जहां उत्पादन नहीं रहा है। इधर कुछ स्थानीय किसानों में इस बात की मायूसी है कि उन्होंने अदरक नहीं बोया था, नहीं तो इस बार काफी अच्छा मुनाफा मिलता।
– शरद त्रिपाठी की रिपोर्ट
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)