पलवलः खेल, युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता, विधि एवं विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम (Gaurav Gautam) ने कहा कि पांच साल बाद पलवल जिला देश व दुनिया के मंचों पर अलग नजर आएगा। कनेक्टिविटी के मामले में आने वाले दिनों में पलवल जिला देश के हर राज्य से जुड़ जाएगा, जिसके बाद पलवल जिला औद्योगिक व व्यापारिक मामलों में देश के अग्रणी जिलों में गिना जाएगा। इससे जहां क्षेत्र का सर्वांगीण विकास संभव होगा, वहीं युवाओं के लिए रोजगार के अपार अवसर भी पैदा होंगे।
Gaurav Gautam ने इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात
खेल राज्य मंत्री गौतम सोमवार देर रात पलवल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ भी मौजूद थे। खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। पलवल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों में अध्यक्ष एससी कंसल, उपाध्यक्ष राजीव मेहरा, सुनील मंगला, महासचिव रविंद्र यादव व एम मदान ने राज्य मंत्री गौरव गौतम व पलवल जिला उपायुक्त डॉ. हरीश वशिष्ठ का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
हर समस्या का होगा समाधानः Gaurav Gautam
इस दौरान पीआईए के अध्यक्ष एससी कंसल व उपाध्यक्ष सुनील मंगला ने खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम के समक्ष उद्योगों को आ रही समस्याओं को रखा तथा उनके समाधान की मांग की। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बिजली, पानी, सीवरेज सहित कई अन्य प्रकार की समस्याओं की मांग उठाई। एसोसिएशन की समस्याओं को सुनने के बाद खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने आश्वासन दिया कि वे समय-समय पर बैठकें कर उनकी शिकायतों का समाधान करते रहेंगे।
वे इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पांच सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल अपने साथ लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे तथा सभी कार्यों को पूरा करवाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के दो सदस्यों को प्रतिनिधि के तौर पर हर माह ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शामिल होने को कहा है, ताकि उद्योगों से संबंधित शिकायतों का समाधान किया जा सके।
यह भी पढ़ेंः-Dehradun News : नदी में नहाते समय डूबा कर्मचारी, SDRF ने निकाला शव
उद्योगों में बिजली की समस्या की शिकायत के संबंध में उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि हरियाणा में बिजली की कोई कमी नहीं है। विभाग के अधिकारियों से बात कर इस समस्या का तुरंत समाधान करवाया जाएगा। उद्योगों के साथ हर दो माह में बैठक की जाएगी, ताकि समय-समय पर कार्यों की समीक्षा की जा सके।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)