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Ganga Dussehra 2024: 100 साल बाद दुर्लभ संयोग, जानें विशेषताएं

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कैथल: रविवार को देशभर में गंगा दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन लाखों श्रद्धालु गंगा में स्नान-ध्यान कर शांति और मोक्ष की कामना करेंगे। इस दिन भगवान शिव के साथ गंगा की भी पूजा की जाएगी। इस दिन 100 साल बाद चार शुभ योगों- हस्त नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का अद्भुत संयोग बनेगा। इसके साथ ही हस्त नक्षत्र भी लग रहा है।

तिथि और मुहूर्त

इन शुभ योगों में स्नान करने से आपके पुण्य का फल कई गुना बढ़ जाता है। इन सभी शुभ योगों के बनने से मिथुन, सिंह, कुंभ और मेष राशि वालों के जीवन में सुखद बदलाव आ सकते हैं। आपको बता दें कि, पुराणों के अनुसार, हस्त नक्षत्र में मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। इसके अलावा इस दिन लक्ष्मी नारायण योग बन रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, गंगा दशहरा का पर्व हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां गंगा की विशेष पूजा की जाती है और पवित्र गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई जाती है।

दशमी तिथि 16 जून रविवार को सुबह 02:32 बजे से शुरू होकर 17 जून सोमवार को सुबह 04:34 बजे तक। पूजा का समय: 16 जून रविवार को सुबह 08 बजे से 10:37 बजे तक

एकादशी व्रत 18 जून को

ज्योतिषाचार्य पंडित रामराज कौशिक का कहना है कि इस साल गंगा दशहरा 16 जून को मनाया जाएगा, लेकिन एकादशी व्रत 17 जून को नहीं बल्कि 18 जून को रखा जाएगा। इस साल एकादशी तिथि 17 जून 2024 को सुबह 4:43 बजे शुरू होगी और अगले दिन 18 जून को सुबह 6:24 बजे तक रहेगी। इसलिए उदया तिथि के आधार पर निर्जला एकादशी व्रत 18 जून मंगलवार को रखा जाएगा।

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