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झाड़ फूंक के नाम पर चल रहा था धर्म परिवर्तन का खेल, जांच में जुटी पुलिस

  हमीरपुरः करीब साढ़े चार माह पूर्व इलाज व सत्संग के बहाने दिल्ली ले गए युवक का अब तक कोई पता नहीं चला है। युवक की बहन ने मौदहा कोतवाली में भाई की तलाश करने की गुहार लगाई है। पुलिस ने धर्म परिवर्तन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महोबा जिले के खरेला थाना क्षेत्र के गांव ऐचाना व हल मुकाम रिवां निवासी रामकली ने कोतवाली में दिए शिकायती पत्र में बताया कि उसका भाई बीमार रहता था। इस पर सुमेरपुर थाना क्षेत्र के टेढ़ा गांव निवासी कैलाश को 24 दिसंबर 2022 को दिल्ली ले जाया गया। वहां एक भवन में इलाज कराएंगे और एक सप्ताह में ठीक हो जाएंगे। पीड़िता ने बताया कि वह भी साथ जा रही थी लेकिन कैलाश ने दो दिन बाद उसे टेढ़ा में छोड़ दिया। कुछ दिन बाद जब मैंने कैलाश से उसके भाई के बारे में पूछा तो उसने कहा कि अभी वह पूरी तरह से ठीक नहीं है और ठीक होकर आएगा। पीड़िता ने बताया कि अब कैलाश कह रहा है कि वह नहीं जानता। यह भी पढ़ेंः-फिर हुई नोटबंदी! RBI वापस लेगी 2 हजार के नोट, इस दिन तक करें एक्सचेंज या जमा आरोप है कि कैलाश गांव के मासूम लोगों को इलाज के नाम पर अपने साथ ले जाता है। वहां वह उन्हें बौद्ध धर्म में परिवर्तित करता है और उन्हें ईसाई बनाता है। इसके लिए उसे पैसे मिलते हैं। इस मामले में मानव तस्करी की भी आशंका है। फिलहाल मौदहा कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)