नई दिल्लीः G-7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली में अयोजित 50वें जी7 शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद भारत वापस लौट आए हैं। पीएम मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सेशन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और वैटिकन सिटी के प्रमुख पोप फ्रांसिस समेत कई विश्व नेताओं से मिले और तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। भारत लौटे पीएम मोदी ने अपनी यात्रा को उपयोगी बताया तथा गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए इटली की जनता और सरकार को धन्यवाद दिया।
G-7 Summit में टेक्नोलॉजी और AI पर दिया गया जोर
अपुलिया में अयोजित आउटरीच सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने तकनीक में एकाधिकार को खत्म करने पर काभी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमें टेक्नोलॉजी के अधिकार को सार्वभौमिक अधिकार में बदलना होगा। तभी हम बेहतर समाज का निर्माण कर पाएंगे।
तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर ऑल का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जिन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए राष्ट्रीय नीति बनाई है। इसके लिए हमने AI मिशन भी लॉन्च किया है। इसका आदर्श वाक्य है AI फॉर ऑल।
पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख दोहराया
जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी मुलाकात की। पीएम मोदी ने उन्हें गले भी लगाया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने युद्ध पर भारत का रुख दोहराया। उन्होंने कहा है कि किसी भी विवाद का समाधान कूटनीति और बातचीत से ही हो सकता है। ज़ेलेंस्की और मोदी के बीच ब्लैक सी एक्सपोर्ट कॉरिडोर पर चर्चा हुई। दोनों ने कृषि के क्षेत्र में नई तकनीक साझा करने की संभावनाओं पर भी बात की।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रोन ने की पीएम मोदी प्रशंसा
जी7 आउटरीच सत्र के दौरान, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रोन ने पिछले साल जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी द्वारा की गई एआई पहल की भी प्रशंसा की। इसके अलावा पीएम मोदी ने ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक मिले। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही व्यापार एवं आर्थिक सहयोग, उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों तथा लोगों के बीच संपर्क गहरा करने की काफी गुंजाइश है। इसके साथ ही दोनों देशों के रक्षा संबंधों को भी मजबूत करने के बारे में बात की।
इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने इन मुद्दों पर दिया जोर
वहीं जी-7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र को संबोधित करते हुए इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने कहा कि इटली की अध्यक्षता में जी-7 समूह कभी भी इस कथन को स्वीकार नहीं करेगा कि ‘पश्चिमी देश दुनिया के खिलाफ हैं।’ पीएम मेलोनी ने कहा, “जी-7 के मुद्दों में भूमध्यसागरीय क्षेत्र और अफ्रीकी महाद्वीप भी शामिल हैं। हमें इस क्षेत्र में सहयोग और समानता बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना होगा। इसके अलावा हमें जलवायु परिवर्तन जैसे बड़े मुद्दों से भी मिलकर निपटना होगा।”