चाय की दुकान चलाने वाले दिव्यांग से शादी के नाम पर ठगी, पुलिस ने भी नहीं की मदद, अंत में कर ली आत्महत्या

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इंदौर: मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में चाय की दुकान चलाने वाली एक दिव्यांग को पहले शादी के नाम पर ठगा दिया गया, फिर पुलिस ने भी सहयोग नहीं की। जिसके चलते पीड़ित ने सुसाइड कर लिया। मामले में सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।

मामला द्वारिकापुरी थाना क्षेत्र का है। दिव्यांग मोहन पाल यहां चाय की दुकान चलाता था, मलखान नाम के शख्स ने उससे शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी की। यह मैसेज उसने व्हाट्सएप पर भी भेजा था। इसमें मोहन ने ठगों और पुलिस सब-इंस्पेक्टर के रवैये का भी जिक्र किया है। मोहन के परिवार की मानें तो मलखान ने उससे शादी कराने के नाम पर करीब 95 हजार रुपए लिए थे। उन्होंने बिहार के रहने वाले प्रवेश से भी उनके बारे में बात की थी। मलखान अपने साथ बिहार भी ले गये थे। इसके बाद मलखान ने मोहन से संपर्क तोड़ दिया और उसे धमकाना शुरू कर दिया। मोहन ने इसकी शिकायत पुलिस से की। पर पुलिस ने भी कोई सहायता नहीं की।

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बताया गया है कि मोहन ने मामले की शिकायत जनसुनवाई में की तो द्वारकापुरी उपनिरीक्षक आमोद उइके ने उसे धमकाया। शादी के नाम पर धोखाधड़ी और बाद में पुलिस सब-इंस्पेक्टर के रवैये से वह काफी तनाव में था और इसके चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब मोहन ने आत्महत्या की तो उसके परिजनों और दोस्तों ने शव को थाने के सामने रखकर हंगामा किया। मौके पर पहुंचे एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा ने जांच का आश्वासन दिया। साथ ही सब इंस्पेक्टर उइके को निलंबित कर दिया है।

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